गोंडा जिले के मसकनवा कस्बे में एक युवती का अपहरण हुआ। यह घटना दिनदहाड़े और मां के साथ जा रही थी। युवती और उसकी मां ने अपहरणिकाओं के खिलाफ विरोध किया, लेकिन इसका परिणाम यह हुआ कि मां को एक धक्का मिला और उनकी पैर टूट गई। सूचना पर पुलिस ने मामले की जांच करना शुरू किया है, और प्राथमिक धाराओं के तहत मामले का पीछा किया जा रहा है। पुलिस अभी इस मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रही है और अपहरण की घटना से इंकार कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, युवती रजामंदी से गई थी और इस समय उसकी स्थिति सुरक्षित है।
इस मामले का पूरा सच जानने के लिए, पुलिस की जांच अत्यंत महत्वपूर्ण है, और इसे सख्ती से और तेजी से कार्रवाई करना चाहिए। यह घटना दिल दहला देने वाली है और समाज में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति और भी गहरी चिंता को उत्तेजित करती है। सुरक्षा में सुधार करने और ऐसे घटनाओं को रोकने के लिए समाज के सभी स्तरों पर साझा जिम्मेदारी होनी चाहिए।