
हाल ही में लागू हुई जीएसटी 2.0 नीति के तहत वाहनों पर कर दरों में बड़े पैमाने पर कटौती के संकेत मिलने के बाद, ऑटोमोबाइल उद्योग में खासी हलचल मची हुई है। देश के कई शो-रूम में ग्राहकों की भीड़ बढ़ी है—और अब वे सबसे बड़ा सवाल पूछ रहे हैं: “इस कार की कीमत कितनी सस्ती होगी?”
GST रिफॉर्म का प्रभाव: शो-रूम से रीयल टाइम रिएक्शन
ग्राउंड रिपोर्टों में यह साफ दिखता है कि कई ग्राहक सीधे टीवी पर या सोशल मीडिया पर GST रिफॉर्म की खबर सुनकर शोरूम पहुंचने लगे हैं। वे अब प्रसन्न दिखते हैं, लेकिन एक ही चिंता सताती है: क्या कंपनियां अपनी नई कीमतें ग्राहकों तक पारदर्शी रूप से पहुँचा रही हैं? और उनका असल एडवांटेज क्या होगा?
रिफॉर्म का स्कोप और संभावित असर
सरकार की नई जीएसटी नीति—जिसे अक्सर GST 2.0 कहा जा रहा है—के अंतर्गत छोटे ऑटोमोबाइल्स पर कर में कटौती प्रस्तावित है। छोटे कार (4 मीटर से कम) और दो-पहिया वाहनों पर दर 28% से घटाकर 18% की दिशा में है। वहीं, बड़ी 4मीटरसेअधिक4 मीटर से अधिक कारें—जिस पर पहले 45-50% तक कर लगता था—अब 40% मुद्रा में लाने पर विचार हो रहा है।
इस बदलाव के कारण छोटे कारों की कीमत में लगभग 12–12.5% तक की कटौती हो सकती है। इसका असर जहां आम जनता की खरीदने की क्षमता पर पड़ेगा, वहीं ऑटो सेक्टर का माहौल भी महत्त्वपूर्ण रूप से बदल गया है।
ग्राहकों को क्या बचत हो सकती है?
ब्रोकरेज फर्म Nomura के आंकड़ों के अनुसार, कुछ लोकप्रिय कार मॉडलों में अनुमानित बचत इस प्रकार है:
Maruti Suzuki Wagon R: ~₹60,000 तक सस्ता
Baleno: ~₹75,000 की बचत
Hyundai Creta: ~₹55,000 की कमी
Mahindra XUV700: ~₹1.15 लाख तक की भारी छूट
इस से EMIs में ₹1,000–₹2,000 तक की वार्षिक कटौती संभव है, जिससे ग्राहकों की मासिक जूझ आसान हो सकेगी।
ऑटो बिक्री में ‘पॉज’ का दौर — फिर उमेदों की लौ
ऑटो डीलर अभी कुछ हद तक बेचने के बजाय इंतजार करने की नीति पर नजर रखते हुए दिखाई दे रहे हैं। उनका कारण स्पष्ट है: ग्राहक अभी खरीदारी शुरू नहीं कर रहे क्योंकि वे जीएसटी कटौती का फायदा पाना चाहते हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि यह छोटा–मोटा ब्रेकशिप ‘अस्थायी’ है और त्योहारों के आसपास फिर से ग्राहकी का रुझान बढ़ने लगेगा। वही कंपनियाँ जैसे Maruti Suzuki और Hero MotoCorp, जो मुख्य रूप से एंट्री-लेवल सेगमेंट में हैं, इस स्थिति से सबसे अधिक लाभ उठा सकती हैं।