
महिला क्रिकेट की दुनिया में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जुड़ गया है, जब ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ऐलिसा हीली ने भारत के खिलाफ एक शानदार शतकीय पारी खेली और ICC ODI रैंकिंग में नौ स्थानों की छलांग लगाई। इस पारी ने न केवल उसके व्यक्तिगत जीवन को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया, बल्कि ऑस्ट्रेलिया की टीम को महत्वपूर्ण जीत दिलाने में भी निर्णायक भूमिका निभाई।
हीली ने भारत के खिलाफ खेले गए मैच में 107 गेंदों में 142 रन की धमाकेदार पारी से अपनी टीम को 330 से अधिक लक्ष्य के पीछा करते हुए जीत दिलाई। इस पारी में उन्होंने 21 चौके और 3 छक्के जड़े। इस पारी ने उन्हें ICC की महिला ODI बल्लेबाजों की रैंकिंग में ऊपर ले गया और उन्होंने नौ स्थानों का उछाल लगाकर संयुक्त चौथे स्थान हासिल किया।
यह पारी कई मायनों में महत्वपूर्ण थी — यह हीली की छठी ODI शतकीय पारी बन गई है, और इसके अलावा यह रिकॉर्ड पीछा करते हुए सबसे बड़ी सफल पारी चेज (Successful Run Chase) में से एक के रूप में दर्ज हुई। ऑस्ट्रेलिया ने इस जीत के साथ रैंकिंग तालिका में अपनी स्थिति और मजबूत की। ICC ने भी इस प्रदर्शन को “historic run chase” बताया है।
हीली ने मैच के बाद कहा, “हाल ही में मेरे दिन अच्छे नहीं थे, लेकिन आज मेरा दिन था।” इस पारी ने न केवल उसे आत्मविश्वास दिया, बल्कि यह दिखाया कि दबाव की स्थिति में कैसे एक महान खिलाड़ी टीम को जीत दिलाने के लिए खड़ा हो सकता है।
भारत की पारी भी कम प्रभावशाली नहीं थी। स्मृति मंधाना ने 80 रन बना कर अच्छी शुरुआत दी, और प्राटिका रावल ने भी 75 रन की पारी खेली। मगर भारतीय मध्यक्रम और आगे की गिरावट ने उन्हें पारी पूरी करने में कठिनाई दी। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने अच्छा समायोजन किया और अंत में भारत की पारी 330 रन पर ही समेट दी।
इस तरह, हीली की पारी और रैंकिंग में छलांग ने उन्हें न केवल क्रिकेट जगत में खास जगह दिलाई है, बल्कि महिला क्रिकेट में संघर्षरत खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन गई है। इस मैच की परिणति ने यह भी दिखा दिया कि सीमित ओवरों में असाधारण पारी कैसे मैच को पलट सकती है।