
इज़रायल ने गाजा के खिलाफ अपने सैन्य अभियान को कड़ा करते हुए हमास को चेतावनी दी है कि अगर इस समय उनकी मांगें—विशेषतः सभी बंधकों की रिहाई और हथियार छोड़ने की शर्तें—मानी नहीं गईं, तो “गाज़ा में जहन्नुम के दरवाजे” खोल दिए जाएंगे। रक्षा मंत्री इज़रायल काट्ज ने स्पष्ट किया कि इस युद्ध की ये केवल शुरुआत है। गाजा शहर में एक हाई-राइज़ इमारत को निशाना बना कर आईडीएफ ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वे उस ढाँचे से जुड़े हमास के नेटवर्क को पूरा उखाड़ फेंकने की योजना बना रहे हैं।
आईडीएफ ने बताया कि इस हाई-राइज़—जिसे “Al-Mushtaha Tower” कहा जा रहा है—में हमास की कमांड सेंटर्स, स्नाइपर पोज़िशन, और भूमिगत सुरंगें थीं। इस निशाने पर बमबारी से बड़े विस्फोट के बाद इमारत धराशायी हो गई, जबकि काली धुएँ का गुबार पूरे इलाके में फैल गया। आईडीएफ का दावा है कि हमने चेतावनी जारी करनी शुरू कर दी है, और यदि शर्तें नहीं मानी जातीं, तो कार्रवाई और तेज़ की जाएगी।
गाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटों में हुई इस हमले में कम से कम 69 पीड़ितों की मौत हो गई और 422 घायल हुए हैं। सुरक्षा बलों का कहना है कि अब वे गाज़ा शहर के लगभग 40% हिस्से पर नियंत्रण स्थापित कर चुके हैं, और आगे इस अभियान को और तेज़ करेंगे।
इस पूरे परिदृश्य में, इज़रायल ने एक व्यापक जमीन-अभियान जारी रखा है जिसमें टैंक, विमानों और भारी बलों की तैनाती शामिल है। रक्षा मंत्री ने कहा कि जैसे ही “बोल्ट” हटा दिया गया, अभियान और तीव्रता पकड़ जाएगा—यह संदेश स्पष्ट करता है कि वे अपने निर्णयों के प्रति दृढ़ हैं और किसी समझौते से पहले संभवतः और अधिक विनाश का रास्ता खुलेगा।



