
दिशा पाटनी के घर फायरिंग मामले के आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर किया गया
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हुई भयावह घटना ने पुलिस विभाग और राज्य सरकार दोनों की सक्रियता को परखने का मौका दे दिया है। 12 सितंबर की रात लगभग 3:30 बजे, दिशा पाटनी के पिताजी जगदीश सिंह पाटनी के निवास के बाहर मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने 8-10 राउंड फायरिंग की। क्रूरता की इस घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन इसने बॉलीवुड सेलेब्रिटी परिवार की सुरक्षा और राज्य नियंत्रण व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए।
मुख्य आरोपी गैंगस्टर Goldy Brar और Rohit Godara ने इस वारदात की जिम्मेदारी लेने का दावा किया। उनके पोस्ट में सांप्रदायिक भावनाएँ उकसाने वाले बयान का हवाला दिया गया कि दिशा पाटनी की बहन खुशबू पाटनी ने कुछ संतों-साधुओं के प्रति असम्मानजनक बातें कही थीं, जिसके विरोध में यह हमला किया गया। पुलिस इस पोस्ट की प्रामाणिकता और डिजिटल कड़ियों की भी जांच कर रही है।
इस घटना के तुरंत बाद, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिशा के पिता से संपर्क कर उन्हें भरोसा दिलाया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, सुरक्षा में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने आत्म-हत्याओं जैसी बातें न होने की बात कही और अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के आदेश दिए।
और अब, इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है: पुलिस ने बताया है कि आरोपियों रविंद्र (रोहतक, हरियाणा) और अरुण (सोनीपत, हरियाणा) को बेसठे हत्यारों के रूप में चिन्हित करते हुए गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी एरिया में मुठभेड़ में मार गिराया गया है। दोनों आरोपियों का नाम रोहित गोदारा-Goldy Brar गैंग से जुड़ा था। एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने विदेशी सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टलें (ग्लॉक और जिगाना) और कारतूस बरामद किए हैं।
पुलिस का दावा है कि आरोपियों ने पुलिस टीम को देख कर फायरिंग की, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई हुई। घायल अवस्था में अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। घटना के पांच दिन बाद यह कार्रवाई सम्पन्न हुई।