
पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के एक शीर्ष आतंकवादी कमांडर अबू सैफुल्लाह, जिनका असली नाम राजुल्लाह निज़ामानी था, की हत्या कर दी गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के जलम जिले में अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार दी। घटना की पुष्टि होते ही पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया।
अबू सैफुल्लाह लश्कर-ए-तैयबा का एक कुख्यात आतंकी था, जो नेपाल में लश्कर के आतंकी नेटवर्क को संचालित कर रहा था। उसे भारत के खिलाफ कई बड़े आतंकी हमलों की साजिश और क्रियान्वयन में शामिल माना जाता है। जिन घटनाओं में उसकी भूमिका रही, उनमें 2001 में रामपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हमला, 2005 में बेंगलुरु के आईआईएससी (IISc) पर हमला और 2006 में नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मुख्यालय पर किया गया हमला शामिल हैं।
भारत की सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, अबू सैफुल्लाह भारत में आतंकवाद फैलाने की लश्कर की बड़ी साजिशों का मास्टरमाइंड था। उसकी मौत को सुरक्षा एजेंसियां एक बड़ी उपलब्धि मान रही हैं, हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि उसके खिलाफ कार्रवाई किसने की।
फिलहाल स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि हमलावर कौन थे और उनका मकसद क्या था।