बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले मोकामा की सियासत में मचे बवाल के बीच जन सुराज पार्टी के नेता पीयूष प्रियदर्शी ने NDTV से कहा है कि “कभी भी मेरी गिरफ्तारी हो सकती है।” उन्होंने यह बयान उस समय दिया जब जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह को दुलरचंद यादव हत्याकांड में गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
पीयूष प्रियदर्शी ने कहा कि जिस तरह पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की है, उससे लगता है कि राजनीतिक दबाव में जल्दबाज़ी में कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि “मैं निर्दोष हूँ, पर जिस तरह माहौल बनाया जा रहा है, मुझे किसी भी वक्त गिरफ्तार किया जा सकता है।”
प्रियदर्शी ने यह भी कहा कि दुलरचंद यादव की हत्या दुखद है, लेकिन इसे “राजनीतिक साजिश” बताकर कुछ लोग अपना फायदा उठाना चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन चुनावी दबाव में पक्षपाती कार्रवाई कर रहा है।
इस बीच, पुलिस ने दुलरचंद यादव की हत्या से जुड़े कई संदिग्धों से पूछताछ तेज कर दी है। FIR में अनंत सिंह सहित चार अन्य लोगों को नामजद किया गया है, जबकि कुछ अज्ञात लोगों पर भी शक जताया गया है। सूत्रों के मुताबिक, पीयूष प्रियदर्शी से भी जल्द पूछताछ की जा सकती है।
मोकामा में इस हत्या ने जातीय और राजनीतिक तनाव को फिर से उभार दिया है। स्थानीय लोग इसे “पुराने दुश्मनी और सत्ता संघर्ष” का परिणाम बता रहे हैं। चुनाव आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इलाके में सुरक्षा बढ़ाने और कई अधिकारियों के तबादले के आदेश दिए हैं।
जानकारों का कहना है कि यह मामला न केवल मोकामा बल्कि पूरे बिहार की राजनीति पर असर डाल सकता है। अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद जेडीयू की छवि पर दबाव है, वहीं जन सुराज पार्टी भी इस घटनाक्रम को चुनावी मुद्दा बनाने में जुटी है।
पीयूष प्रियदर्शी का बयान:
“मैं किसी से नहीं डरता, लेकिन साजिश रची जा रही है। सच्चाई सामने आने दीजिए, सब साफ़ हो जाएगा।”
