
भारत के सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court of India) के मुख्य न्यायाधीश (CJI) भूषण रामकृष्ण गवई (B.R. Gavai) आगामी 23 नवंबर 2025 को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने अगले मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति की औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत (Justice Surya Kant) इस पद के लिए स्वाभाविक दावेदार हैं और संभावना है कि वे 24 नवंबर 2025 को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे।
सरकारी परंपरा और ‘Memorandum of Procedure’ के तहत, सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश को ही अगले CJI के रूप में नियुक्त किया जाता है। इसी प्रक्रिया के अनुसार, केंद्र ने वर्तमान CJI को पत्र भेजकर उनके उत्तराधिकारी का नाम सुझाने का अनुरोध किया है। माना जा रहा है कि यह प्रक्रिया 23 अक्टूबर 2025 से शुरू की गई है।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं और उन्होंने अपने करियर में कई अहम फैसलों में भूमिका निभाई है। वे अनुच्छेद 370 की वैधता, लखीमपुर खीरी हिंसा और पेगासस जासूसी मामले जैसे महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई में शामिल रहे हैं। उनका कार्यकाल फरवरी 2027 तक रहेगा, यानी वे करीब 15 महीने तक देश के मुख्य न्यायाधीश पद पर रहेंगे।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत हरियाणा से ताल्लुक रखते हैं और इससे पहले हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश भी रह चुके हैं। उन्हें एक सख्त, निष्पक्ष और प्रगतिशील न्यायाधीश के रूप में जाना जाता है। न्यायपालिका से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि उनके नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट में पारदर्शिता और सुधार की दिशा में नए कदम उठाए जा सकते हैं।



