
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए देश के आर्मी चीफ जनरल सैयद असीम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत कर दिया है। यह कदम पाकिस्तान के कैबिनेट द्वारा मंजूरी दी गई है और इस निर्णय ने पाकिस्तान की सैन्य और राजनीतिक व्यवस्था में एक नया अध्याय जोड़ा है।
पाकिस्तान में फील्ड मार्शल का पद पाकिस्तान सशस्त्र बलों में सबसे उच्चतम सैन्य रैंक मानी जाती है। जनरल असीम मुनीर अब पाकिस्तान के इतिहास में दूसरे फील्ड मार्शल बन गए हैं। इससे पहले जनरल अयुब खान 1958 में इस प्रतिष्ठित पद पर नियुक्त किए गए थे।
जनरल मुनीर की यह पदोन्नति उनके उत्कृष्ट नेतृत्व और पाकिस्तान सेना के लिए किए गए योगदानों को मान्यता देती है। उन्होंने पाकिस्तान सेना के प्रमुख के रूप में अपनी सेवा के दौरान कई महत्वपूर्ण सैन्य फैसलों में भाग लिया, जिनमें देश की सुरक्षा और स्थिरता को मजबूत करने के लिए उनकी रणनीतियाँ शामिल थीं।
🏅 इतिहास में जगह बनाने वाला निर्णय
यह प्रमोशन पाकिस्तान की राजनीति और सैन्य रणनीति में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसे लेकर देशभर में मिश्रित प्रतिक्रियाएँ हैं। हालांकि, पाकिस्तान की सेना का प्रभाव हमेशा से बड़ा रहा है और इस निर्णय के बाद सेना के हाथ में और भी अधिक शक्ति आ सकती है।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस निर्णय का समर्थन करते हुए कहा कि यह पाकिस्तान की सैन्य ताकत को और मजबूती प्रदान करेगा।