बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले Rashtriya Janata Dal (RJD) सुप्रीमो Lalu Prasad Yadav ने पार्टी के दो पुराने सहयोगियों—Ram Kripal Yadav और Shyam Rajak—के खिलाफ सार्वजनिक रूप से मोर्चा खोला है। बताया जा रहा है कि Ram Kripal पहले RJD से अलग हो कर Bharatiya Janata Party (BJP) में शामिल हो चुके हैं, जबकि Shyam Rajak ने RJD से इस्तीफ़ा दे दिया है और अब दूसरी पार्टी में जाने की तैयारी में हैं।
Lalu Prasad Yadav ने Ram Kripal को “परिवार‑न्याय” के रास्ते में खड़ा होने वाला बताया है और Shyam Rajak को पार्टी में किनारे होने का शिकार बताते हुए संगठनात्मक असंतुष्टि का संकेत दिया है। इस तरह यह माना जा रहा है कि आरजेडी में ‘राम‑श्याम’ की जोड़ी पहले बहुत प्रभावशाली थी, लेकिन अब उनकी राजनीति के बदलते समीकरण ने पार्टी नेतृत्व की रणनीति को चुनौती दी है। राजनीतिक विश्लेषक इसे उस संकेत के रूप में देख रहे हैं कि RJD में नेतृत्व‑वर्ग और पुराने साथियों के बीच खिंचाव गहरा हो गया है। इस स्थिति के बीच Lalu ने अपने समर्थकों को एकजुट करने और आगामी चुनाव में पार्टी की स्थिति मजबूत बनाए रखने के लिए पुरानी वफादारी को परीक्षण मोड़ पर खड़ा कर दिया है।
