Mehul Choksi भारत में Punjab National Bank (PNB) घोटाले का मुख्य आरोपी है — इस घोटाले में उसने लगभग ₹13,000 करोड़ की कथित धोखाधड़ी और मनी-लॉन्ड्रिंग पर आरोपों का सामना किया है।
जनवरी 2018 में आरोप सामने आने के बाद वह भारत से भाग गया। बाद में वह विदेशों में छिपा रहा, और अप्रैल 2025 में बेल्जियम में उसकी गिरफ्तारी हुई थी, जब भारत ने बेल्जियम से प्रत्यर्पण का अनुरोध किया था।
बेल्जियम में कोर्ट की सुनवाई
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17 अक्टूबर 2025 को Antwerp Court of Appeal ने भारत के प्रत्यर्पण अनुरोध को सही ठहराया था और कहा था कि Choksi का भारत प्रत्यर्पण किया जाना “लागू करने योग्य (enforceable)” है। अदालत ने यह कहा था कि प्रत्यर्पण मिलने पर भारत में उसे निष्पक्ष मुकदमा और न्यायिक सुरक्षा मिलेगी, और “न्याय से वंचित होने”, “दुर्व्यवहार” या “मानव-अधिकारों से खिलवाड़” का कोई ठोस खतरा नहीं है।
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इसके बाद Choksi ने बेल्जियम की सर्वोच्च अदालत, Court of Cassation (Belgium) — यानी बेल्जियम सुप्रीम कोर्ट — में याचिका दायर की, जिसमें उसने प्रत्यर्पण के खिलाफ अपना दायित्व पेश किया।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला
09 दिसंबर 2025 को बेल्जियम सुप्रीम कोर्ट ने Choksi की अपील खारिज कर दी। अदालत ने अपने निर्णय में कहा कि निचली अदालत (Antwerp Court of Appeal) ने कानूनी रूप से सही प्रक्रिया अपनाई थी और प्रत्यर्पण याचिका ठुकराने का कोई औचित्य नहीं है। इस प्रकार, अब Choksi को भारत प्रत्यर्पित किए जाने की राह खुल गई है।
आगे क्या होगा — भारत वापसी, कानूनी कार्रवाई
इस फैसले के साथ, Choksi को भारत लाने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। भारत की जांच एजेंसियाँ — जैसे Central Bureau of Investigation (CBI) — उसे भारत लौटाकर उसके खिलाफ दर्ज मामलों में मुकदमा चलाने की तैयारी करेंगी।
भारत सरकार ने पहले ही यह आश्वासन दिया है कि Choksi को न्यायिक प्रक्रिया के दौरान उचित सुरक्षा और मानवीय जेल सुविधाएँ प्रदान की जाएँगी। इससे यह दिक्कत खारिज हुई है कि भारत में ट्रायल के दौरान उसके साथ अन्याय या मानवाधिकार उल्लंघन हो सकते हैं।
