
थाईलैंड ने कंबोडिया पर किया हवाई हमला
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बढ़ते सीमा तनाव ने सोमवार सुबह एक खतरनाक मोड़ ले लिया, जब थाई एयर फोर्स ने F-16 लड़ाकू विमानों की मदद से विवादित सीमा क्षेत्र में हवाई हमले किए। यह कार्रवाई Ubon Ratchathani प्रांत के पास की गई, जो लंबे समय से दोनों देशों के बीच तनाव का केंद्र रहा है। थाई सेना के मुताबिक, यह हमला कंबोडिया की ओर से हो रही गोलाबारी और संभावित हवाई खतरे की प्रतिक्रिया में किया गया।
हमले में जानमाल का नुकसान
थाई सेना ने पुष्टि की है कि हवाई हमले के दौरान एक थाई सैनिक की मौत हुई, जबकि चार अन्य घायल हो गए। थाईलैंड का दावा है कि कंबोडियाई ठिकानों से लगातार गोलीबारी और सीमा चौकियों पर हमलों से उनके सैनिकों की सुरक्षा खतरे में थी, इसलिए यह कदम “आत्मरक्षा” में उठाया गया।
कंबोडिया की तीखी प्रतिक्रिया
कंबोडिया ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे “बिना उकसावे की गई आक्रामक कार्रवाई” बताया है। कंबोडियाई सरकार का कहना है कि उन्होंने किसी तरह की सैन्य कार्रवाई शुरू नहीं की, बल्कि थाई सैनिकों ने जानबूझकर संघर्ष बढ़ाने के लिए हमला किया है। इससे दोनों देशों के बीच पहले से ही बिगड़े रिश्ते और तनावपूर्ण हो गए हैं।
शांति समझौते के बाद भी बढ़ा तनाव
कुछ ही सप्ताह पहले अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump और मलेशिया के प्रधानमंत्री Anwar Ibrahim की मध्यस्थता से दोनों देशों के बीच एक सीजफायर लागू किया गया था। लेकिन इस समझौते के बाद भी सीमा पर छोटे-मोटे संघर्ष, गोलीबारी और सैनिकों की तैनाती लगातार बढ़ रही थी। इससे जाहिर था कि जमीन पर हालात शांत नहीं हुए थे।
क्षेत्रीय स्थिरता पर बढ़ता खतरा
आज किए गए एयर स्ट्राइक ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह संघर्ष अगर और बढ़ा, तो दक्षिण-पूर्व एशिया में बड़े पैमाने पर मानवीय संकट, नागरिकों का विस्थापन और क्षेत्रीय अस्थिरता पैदा हो सकती है। फिलहाल अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस स्थिति पर नजर रखे हुए है और तनाव कम करने की अपील कर रहा है।



