
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले में 28 पर्यटकों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान-आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ ने ली है।
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक हुई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
CCS बैठक के समापन के तुरंत बाद कवि और राजनीतिक विश्लेषक कुमार विश्वास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा:
“सेनानी करो प्रयाण अभय, प्रत्येक भारतीय के मनोभाव पूर्णकाम हों।”
इससे पहले, कुमार विश्वास ने एक वीडियो साझा करते हुए लिखा था:
“एक दशक पहले कहा था, फिर दोहरा रहा हूं। आज समझो या कल, उपचार बस यही है। देश बनाएं या फिर अपने बेटों की लाशें ढोयें? इसी कश्मकश में हर जीती बाजी हारी जाती है। एक बात ये दिल्ली वाले आख़िर किस दिन समझेंगे? कुत्ता पागल हो जाए तो गोली मारी जाती है!”
कुमार विश्वास ने आतंकियों की निंदा करते हुए कहा कि धर्म पूछकर निर्दोष पर्यटकों को गोली मारने वाले किसी भी मजहब के पैरोकार नहीं हो सकते। उन्होंने आतंकवादी विचारधारा और उसके समर्थकों को बेनकाब करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कश्मीरी और भारतीय कभी नहीं झुकेंगे और बदला लिया जाएगा।