
असम के उदलगुड़ी जिले में रविवार (14 सितंबर) शाम 4 बजकर 41 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.8 दर्ज की गई और इसका केंद्र उदलगुड़ी में लगभग 5 किलोमीटर की गहराई पर था।
झटके सिर्फ उदलगुड़ी तक ही सीमित नहीं रहे, बल्कि असम की राजधानी गुवाहाटी, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड समेत पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में महसूस किए गए। यहां तक कि नॉर्थ बंगाल और पड़ोसी देश भूटान में भी हलचल दर्ज की गई। अचानक आए इन झटकों से लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे।
हालांकि, राहत की बात यह रही कि अब तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। प्रशासन ने तत्काल राहत एवं बचाव दलों को सतर्क कर दिया है और स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री सरबानंद सोनोवाल ने ट्वीट कर प्रभावित लोगों की सुरक्षा की कामना की और सभी से शांति एवं सतर्कता बरतने की अपील की है। वहीं, राज्य सरकार ने जिलों के अधिकारियों को संवेदनशील इलाकों में चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि पूर्वोत्तर भारत भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र है और यहां इस तरह के मध्यम तीव्रता के भूकंप समय-समय पर आते रहते हैं। फिलहाल, आफ्टरशॉक्स की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता, इसलिए लोगों को सावधान रहने की सलाह दी जा रही है।