देश में GST-2.0 लागू होने का पहला दिन — 22 सितंबर 2025 — अनेक सेक्टरों के लिए बड़े बदलाव और उत्साह लेकर आया है। जीएसटी स्लैब में हुई कटौती और अन्य नीतिगत सुधारों के चलते आम उपभोक्ताओं से लेकर उद्योग जगत तक में सकारात्मक प्रभाव दिखा है। विशेष रूप से ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑनलाइन और ऑफलाइन खुदरा बाजारों में खरीदारी की लहर देखी गई।
ऑटो सेक्टर में स्थिति सबसे ज़्यादा नाटकीय रही। छोटी-कारों (sub-4 metre cars) पर जीएसटी स्लैब को 18% कर दिया गया है, साथ ही ऑटोमोबाइल पर लगाया जाने वाला Compensation Cess पूरी तरह हटा दिया गया है। इन बदलावों ने कीमतों को कम किया और ग्राहकों की खरीदारी की प्रवृत्ति में तेजी लाई।
मारुति ने इस दिन लगभग 80,000 पूछताछ (inquiries) दर्ज कीं और करीब 30,000 कारों की डिलीवरी की; यह 35 साल में कंपनी के लिए एक दिन की सबसे ज़्यादा बिक्री का रिकॉर्ड है। हुंडई और टाटा मोटर्स के डीलरशिप्स ने भी कई सालों में उच्च-स्तरीय बिक्री और पूछताछ का अनुमान लगाया।
ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफ़ॉर्म्स ने भी त्योहारी सीज़न की शुरुआत GST-2.0 से उत्साहित होकर की। फैशन, घरेलू सामान और त्योहारों-जरूरी वस्तुओं की मांग बढ़ी है। Flipkart, Amazon आदि ने लॉयल्टी प्रोग्राम उपयोगकर्ताओं के लिए विशेष ऑफ़र दिए, जिससे ग्राहक खरीदारी के लिए जल्दी झुके।
इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में भी राहत दिखी — AC और TV जैसे बड़े उपकरणों की कीमतों में उल्लेखनीय कटौती हुई। उदाहरण के लिए, Split ACs में लगभग ₹5,000-10,000 की कमी, महंगे LED/Smart TV की कीमतें लाखों रूपये के टॉप मॉडल्स पर ₹85,000 तक घटाई गईं। छोटे-बड़े दोनों आकारों के टीवी में बम्पर बिक्री हुई, खासकर 43-इंच और 55-इंच सेगमेंट में।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि इस बदलाव ने उपभोक्ता खर्च की दिशा ही नहीं बदली, बल्कि त्योहारी सीज़न की उम्मीदों को भी बढ़ाया है। सामान्य दिनों की तुलना में ऑटो डीलरशिप्स में ग्राहक संख्या और डिलीवरी में वृद्धि हुई है।
