
ब्रिटेन के अरबपतियों का पलायन एक नई दिशा में बढ़ रहा है, और अब इस लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है — निक स्टोरॉन्स्की। Revolut के सह-संस्थापक और CEO, स्टोरॉन्स्की ने अक्टूबर 2024 में अपने आधिकारिक निवास को ब्रिटेन से बदलकर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) कर लिया है। यह जानकारी UK के कंपनी हाउस की फाइलिंग्स से सामने आई है।
स्टोरॉन्स्की का यह कदम ब्रिटेन की कर नीति में हालिया बदलावों के कारण उठाया गया है। ब्रिटेन सरकार ने “नॉन-डोमिसाइल्ड टैक्स” व्यवस्था को समाप्त कर दिया है, जिससे विदेशी नागरिकों को उनके विदेशी आय पर UK टैक्स से छूट मिलती थी। इस बदलाव ने कई अरबपतियों को ब्रिटेन छोड़ने के लिए प्रेरित किया है।
हालांकि स्टोरॉन्स्की ने अपने इस कदम के पीछे के कारणों पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह निर्णय वित्तीय और व्यावसायिक लाभ के लिए लिया गया है। UAE में कर नीति सरल और निवेश के लिए अनुकूल है, जिससे यह स्थान स्टार्टअप्स और फिनटेक कंपनियों के लिए आकर्षक बनता है।
Revolut, जो अब तक 65 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं के साथ एक प्रमुख फिनटेक कंपनी बन चुकी है, ने UAE में एक कार्यालय खोला है और वहां के केंद्रीय बैंक से लाइसेंस प्राप्त किया है। इसके अलावा, कंपनी स्थानीय बैंक को खरीदने की योजना भी बना रही है, जिससे क्षेत्रीय विस्तार को गति मिल सके।
स्टोरॉन्स्की का यह कदम न केवल व्यक्तिगत वित्तीय लाभ के लिए है, बल्कि यह ब्रिटेन की कर नीति में बदलावों के प्रति एक संकेत भी है। यदि ब्रिटेन सरकार ने अपनी कर नीतियों में सुधार नहीं किया, तो और भी अरबपति और व्यवसायी देश छोड़ सकते हैं, जिससे ब्रिटेन की आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि कर नीतियां और निवेश के अवसर व्यवसायियों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय कारक बनते हैं। UAE की ओर बढ़ता यह प्रवृत्ति ब्रिटेन के लिए एक चेतावनी है कि यदि उसने अपनी नीतियों में सुधार नहीं किया, तो वह और भी व्यवसायिक प्रतिभाओं को खो सकता है।