ईद मिलाद उन-नबी को भारत के सभी मुसलमान काफी जोर-शोर और पूरे एहतराम के साथ मनाते हैं। इसे ईद-ए-मिलाद या बारावफात के नाम से भी जानते है।बता दें कि इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, 12 रबी-उल-अव्वल की तारीख में होने वाला त्योहार मुस्लिम समुदाय के लिए काफी इसी दिन पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की पैदाइश हुई थी और इसी तारीख को ही वो इस दुनिया से रूख्सत फरमा गये थे। पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब इस्लाम धर्म के संस्थापक हैं। इस दिन को दुनिया भर के मुसलमान काफी उरूज के साथ मनाते हैं। उनके बताए पैगाम को दीनी महफिलों में बताया जाता है और उस पर अमल करने की बारें में बताया जाता है। विशेष नमाजें मुसलमान अदा करते हैं। साथ ही पूरे दिन और रात इस उत्सव को मनाया जाता है।इस अवसर पर समाजसेवी उज़्मी सिद्दकी और समाजसेवी आदिल ने लंगर का आयोजन कराया और अकीतदतमंदो को सम्मानित किया।त्यौहार के मद्देनजर जिले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे और अयोध्या परिक्षेत्र के आईजी प्रवीण कुमार और एसएसपी राजकरण नैय्यर ने खुद इसकी कमान संभाली। इस कार्यक्रम में बालमुकुंद तिवारी पूर्व सीओ LIU, उज़्मी सिद्दकी, मकसूद सिद्दीकी मोहम्मद चांद मोहम्मद उमी हारिश रोहित सूरज नौशाद चांद मामा समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।