
पाकिस्तान स्टील मिल को फिर से शुरू करने के लिए रूस से समझौता
पाकिस्तान की जर्जर पड़ी स्टील मिल को फिर से शुरू करने के लिए रूस के साथ एक अहम समझौता हो गया है। कराची स्थित पाकिस्तान स्टील मिल (PSM) सालों से बंद पड़ी थी और देश की आर्थिक मुश्किलों का प्रतीक बन गई थी। अब रूस की मदद से इसे फिर से चालू करने की योजना तैयार की गई है।
पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक, रूस की एक कंपनी तकनीकी सहायता, मशीनरी के आधुनिकीकरण और जरूरी निवेश करेगी। शुरुआती बातचीत और सहमति के बाद दोनों देशों के बीच इस समझौते को अंतिम रूप दे दिया गया है। इससे पाकिस्तान को न सिर्फ अपनी घरेलू स्टील जरूरतें पूरी करने में मदद मिलेगी बल्कि हजारों लोगों को रोजगार भी मिलने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान स्टील मिल 1960 के दशक के अंत में सोवियत संघ के सहयोग से बनाई गई थी। 2015 से यह मिल पूरी तरह बंद है और सरकारी खजाने पर भारी बोझ बन चुकी थी। इसके कर्मचारियों को वेतन तक नहीं मिल पा रहा था और मशीनें कबाड़ हो चुकी थीं।
अब रूस के साथ हुए समझौते के तहत मिल के प्लांट और मशीनरी को आधुनिक बनाया जाएगा और उत्पादन क्षमता को भी बढ़ाया जाएगा। पाकिस्तानी अधिकारियों का दावा है कि इससे देश के निर्माण उद्योग को बड़ी राहत मिलेगी और विदेशी स्टील पर निर्भरता घटेगी।
आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए यह करार अहम माना जा रहा है। विश्लेषकों के मुताबिक, अगर यह योजना सफल होती है तो पाकिस्तान की औद्योगिक अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा मिल सकती है। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि पहले भी कई बार रिवाइवल प्लान बने लेकिन वे कागजों से आगे नहीं बढ़ पाए।