
बेल्जियम की 31 वर्षीय महिला टॉक्सी (Toxie) आज दुनियाभर में चर्चा का विषय बन चुकी हैं। कारण है उनका ऐसा रूप, जिसे देखकर कोई भी चौंक जाए। टॉक्सी ने अपने शरीर और चेहरे पर ऐसे बदलाव किए हैं, जो शायद ही कोई सोच सके – नाक, कान के लोब, और यहां तक कि जीभ का एक हिस्सा कटवा चुकी हैं। इन सबका मकसद था – खुद को एक “अलग और अनोखा रूप देना।”
टॉक्सी ने पिछले चार वर्षों में अपनी पारंपरिक छवि से हटकर जो यात्रा शुरू की, वो आम लोगों के लिए अजीब हो सकती है, लेकिन उनके लिए यह आत्म-अभिव्यक्ति की एक गहरी प्रक्रिया थी। उन्होंने न केवल अपने पूरे चेहरे और शरीर पर टैटू बनवाए, बल्कि माथे पर सींग (horn implants) लगवाए और आंखों की पुतलियों को टैटू के ज़रिए काले रंग में बदलवाया।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने अपनी नाक और कान के लोब पूरी तरह हटवा दिए हैं। टॉक्सी का कहना है कि ये बदलाव उन्होंने खुशी-खुशी और सोच-समझकर किए हैं। अपने हटाए गए शरीर के अंगों को उन्होंने स्मृति के रूप में छोटे कांच के जार में सुरक्षित रखा है, जो उनके लिए भावनात्मक महत्व रखते हैं।
टॉक्सी कहती हैं, “मैं खुद को पहले खोया हुआ महसूस करती थी। लेकिन जब मैंने खुद को इस रूप में ढालना शुरू किया, तो मुझे अपनी आत्मा से जुड़ाव महसूस हुआ। मैं अब वही हूं जो मैं हमेशा से बनना चाहती थी – एक ऐसी इंसान, जो दुनिया की परिभाषाओं से बाहर जीती है।”
हालांकि, सोशल मीडिया पर उनके इस कदम को लेकर जमकर बहस छिड़ी हुई है। कुछ लोग उनकी हिम्मत और आत्म-अभिव्यक्ति की आज़ादी की सराहना कर रहे हैं, जबकि कई लोग इसे मानसिक स्वास्थ्य या अति-उत्साही व्यवहार का संकेत मानते हैं।
टॉक्सी का जवाब साफ है – “यह मेरा शरीर है, मेरी पसंद है। और अगर मेरा रूप दूसरों को परेशान करता है, तो शायद उन्हें अपनी सोच पर भी विचार करना चाहिए।”
यह कहानी सिर्फ एक महिला की नहीं है, बल्कि उस सोच की है जो सुंदरता, पहचान और सामाजिक स्वीकृति को चुनौती देती है। टॉक्सी का जीवन एक खुला सवाल है – क्या हमें दूसरों के रूप और चुनावों को जज करने का हक है?