
गाजियाबाद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां एक शख्स ने खुद को ‘राजदूत’ बताते हुए नकली दूतावास चला डाला। यह फर्जीवाड़ा कथित रूप से 300 करोड़ रुपये से अधिक का है और आरोपी ने खुद को एक काल्पनिक देश ‘वेस्टार्कटिका’ का प्रतिनिधि बताकर 162 से ज्यादा बार विदेश यात्राएं कीं।
गाजियाबाद पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि आरोपी हर्षवर्धन जैन खुद को ‘वेस्टार्कटिका माइक्रोनेशन’ का राजदूत बताता था। उसने इस झूठी पहचान के बल पर कई वीआईपी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और सोशल मीडिया पर बड़ी-बड़ी हस्तियों के साथ तस्वीरें भी साझा कीं।
आरोपी ने नोएडा के सेक्टर 5 में एक नकली दूतावास का ऑफिस भी खोल रखा था, जहां ‘अंतरराष्ट्रीय संबंधों’ के नाम पर लोगों से पैसे वसूले जा रहे थे। मामले का खुलासा तब हुआ जब कुछ लोगों ने इस संस्था पर संदेह जताकर पुलिस से शिकायत की।
पुलिस के मुताबिक, यह पूरी योजना वर्षों से चल रही थी और इसमें कई फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल हुआ। आरोपी की पहचान, उसके विदेशी संपर्कों, और आर्थिक लेन-देन की जांच की जा रही है। साथ ही आयकर विभाग और विदेश मंत्रालय को भी मामले की जानकारी दे दी गई है।
अब तक की जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी ने 162 बार विदेश यात्रा की, जिनमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस जैसे देश शामिल हैं। हर यात्रा में वह खुद को किसी अंतरराष्ट्रीय मिशन का हिस्सा बताता था।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज़ तैयार करने और अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है।