
पंजाब में Shiromani Akali Dal (SAD) में एक नए राजनीतिक मोड़ के रूप में ज्ञानी हरप्रीत सिंह, जो कभी अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार थे, को अब अलग अकाली गुट का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति अकाल तख्त द्वारा गठित पांच सदस्यीय समिति ने अमृतसर स्थित गुरुद्वारा बुरज अकाली फूल सिंह में आयोजित प्रतिनिधि सत्र में सर्वसम्मति से की हैI
ज्ञानी हरप्रीत ने इस नए गुट को ‘वास्तविक’ अकाली दल बताया है और उन्होंने कहा है कि यह संगठन 1920 में स्थापित मूल अकाली दल की भावना को पुनर्जीवित करेगा। साथ ही यह गुट चुनाव आयोग से नाम, चुनाव चिन्ह और पार्टी कार्यालय संबंधी अधिकारों की पुष्टि कराने की भी तैयारी में है। बीबी सत्वंत कौर को इस नए संगठन में ‘पंथिक परिषद’ की अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
ज्ञानी हरप्रीत ने अपने पहले भाषण में पंजाब सरकार की भूमि पूलिंग नीति की कड़ी आलोचना की और इसे पंजाब की जनसंख्या संरचना में बदलाव को प्रेरित करने वाली साजिश करार दिया। इसके अलावा, उन्होंने वर्तमान SAD नेतृत्व पर नैतिक और राजनीतिक गिरावट का आरोप लगाते हुए कहा कि वह पंजाब की युवा पीढ़ी और पंथ के मूल सिद्धांतों का प्रतिनिधित्व करने में विफल रहा है।
इधर, SAD अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इस कदम को ‘पंथ और पंजाब को बांटने की साजिश’ बताया है