उद्घाटन घटना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 अगस्त 2025 को दोपहर 12:15 बजे नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर कर्तव्य भवन‑3 का उद्घाटन किया। यह सेंट्रल विस्टा री‑डेवलपमेंट कार्यक्रम का पहला पूरा हुआ कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट (CSS) भवन है और इसके बाद शाम करीब 6:30 बजे उन्होंने जनता को संबोधित भी किया ।
भवन की भूमिका व मंत्रालयों का समावेश
कर्तव्य भवन‑3 में गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, ग्रामीण विकास, MSME, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, DoPT और प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) का कार्यालय सम्मिलित हैं। ये विभाग पुराने भवनों जैसे शास्त्री भवन, कृषि भवन, उद्योग भवन और निर्माण भवन से नए समर्थित और योजनाबद्ध परिसर में आ गए हैं ।
यह प्रशासनिक कार्यक्षमता में सुधार, निर्णयों की शीघ्रता और विभागों के बीच समन्वय बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास है।
पर्यावरणीय वास्तुकला एवं सुविधाएं
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कुल क्षेत्रफल: लगभग 1.5 लाख वर्ग मीटर, जिसमें दो बेसमेंट और छह ऊपर के फ्लोर शामिल (ग्राउंड + 6)।
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ऊर्जा दक्षता: 30% ऊर्जा बचत करने वाला डिजाइन, डबल ग्लेज़िंग वाली खिड़कियाँ, सेंसर-आधारित LED लाइटिंग, रिकवरिंग लिफ्ट एवं स्मार्ट HVAC सिस्टम्स ।
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सौर उत्पादन: छत पर लगाए गए सोलर पैनल से वार्षिक 5.34 लाख यूनिट बिजली उत्पादन की क्षमता ।
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पर्यावरण संरक्षण: वर्षा जल संचयन, वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट और रीसाइकल सामग्री का उपयोग, इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन, ज़ीरो‑डिस्चार्ज सिस्टम।
सुरक्षा और आधुनिक तकनीकी प्रणालियाँ
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ID कार्ड आधारित प्रवेश नियंत्रण, इंटीग्रेटेड इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, और केंद्रीकृत कमांड सिस्टम का उपयोग ।
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भवन में लगे आधुनिक सुरक्षा उपकरणों में फ्लैप बैरियर, मेटल डिटेक्टर, बैग एक्स‑रे स्कैनर, वाहन अंडरस्कैनिंग सिस्टम और पावर फेंसिंग शामिल हैं ।
आगामी योजनाएँ और मुद्रण
सेंट्रल विस्टा के अंतर्गत कुल 10 कर्तव्य भवन बनने हैं। वर्ष के अंत तक सेंट्रल सेक्रेटेरिएट और अन्य मंत्रालयों का स्थानांतरण पूरा होगा। नॉर्थ और साउथ ब्लॉक खाली होने के बाद उन्हें ‘युगे‑युगेन भारत म्यूजियम’ में परिवर्तित किया जाएगा। नए भूमिगत मेट्रो कनेक्शन की योजना भी बनाई जा रही है