
बिहार के बाहुबली नेता और लालगंज से राजद प्रत्याशी मुन्ना शुक्ला को पटना की बेऊर जेल से भागलपुर सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है। इस कदम के बाद उनकी बेटी शिवानी शुक्ला और पत्नी अनु शुक्ला ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शिवानी ने कहा कि यह कदम राजनीतिक साजिश के तहत उठाया गया है और उनके पिता की जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि जेल में उनके पिता को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
अनु शुक्ला भी भावुक होकर सरकार के इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि उनकी बेटी और वह अकेले हैं, और इस तरह के कदम से उनकी सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगता है। उन्होंने कहा कि यह कदम राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है और सरकार जानबूझकर उनके परिवार को परेशान कर रही है।
इस मामले में प्रशासन ने कहा है कि सुरक्षा कारणों और जेल में व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है। हालांकि, विपक्षी दलों ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है और आरोप लगाया है कि चुनावी माहौल में बाहुबली नेताओं को निशाना बनाने के लिए ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं।
इस बीच, शिवानी शुक्ला को हाल ही में हत्या की धमकी मिलने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला था कि धमकी कॉल एक सिम कार्ड से की गई थी, जिसका इस्तेमाल रणधीर कुमार नामक व्यक्ति ने किया था। हालांकि, आगे की जांच में यह खुलासा हुआ कि यह कॉल उसके भाई रंजीत कुमार ने की थी, जो हैदराबाद में रह रहा था। रंजीत ने अपने भाई को फंसाने के लिए यह साजिश रची थी। पुलिस ने रंजीत को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
इस घटनाक्रम ने बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है और विपक्षी दलों ने इसे लोकतंत्र की हत्या और राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा बताया है।



