
आज गुजरात के एकता नगर (नर्मदा-जिला) स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में देशभक्ति और एकता के रंग में रंगा एक विशेष दिवस मनाया गया — देश भर में ‘राष्ट्र एकता दिवस’ के रूप में मनाए जाने वाले इस दिन का महत्व इस बार इसलिए और बढ़ गया है क्योंकि यह सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्ष के अंतर्गत आ रहा है।
सुबह जल्दी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौके पर पहुँचे और उन्होंने सरदार पटेल को पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद एक भव्य ‘रन फॉर यूनिटी’ तथा एकता-परेड का आयोजन किया गया, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों की सुरक्षा बलों-पुलिसों की टुकड़ियाँ, सांस्कृतिक टेबलाउ और देश-विविधता की झलक दिखाई गई।
इस मौके पर सरकार ने यह उल्लेख किया कि आने वाले दो वर्षों तक सरदार पटेल की 150वीं जयंती का श्रृंगारिक उत्सव जारी रहेगा, ताकि उनकी जीवन-कथा, योगदान और “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” के संदेश को देश में व्यापक रूप से फैलाया जा सके।
केंद्रीय गृह मंत्री ने बताया कि इस वर्ष से 31 अक्टूबर को केवड़िया में इस पैटर्न पर प्रतिवर्ष एकता-दिवस समारोह आयोजित किया जाएगा।
कार्यक्रम में उद्घाटनों और विकास-प्रोजेक्ट्स के शुभारंभ की भी झड़ी लगी थी, जैसे कि पर्यटक इंफ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जावान-परिवहन, आदि, स्थानीय विकास को भी एक रूप से राष्ट्र-एकता के समारोह से जोड़ा गया।
महत्वपूर्ण बिंदु
- इस वर्ष • 150वीं जयंती वर्ष • के कारण समारोह का आयोज-मापदंड सामान्य से कहीं बड़े स्तर पर रखा गया है। 
- देश-विविधता का प्रतीक-रूप कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के सांस्कृतिक-टेब्लाऊ, पुलिस-वेकांबद्ध वाहन-प्रदर्शन एवं विशेष सुरक्षा-बलों की टुकड़ियाँ शामिल थीं। 
- प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि “आज हम उस एकता-भावना को आगे ले के चलें जिसमें विकास, समृद्धि और सामाजिक न्याय का आधार है।” 
 







