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आखिरकार बॉलीवुड अभिनेत्री शेफाली जरीवाला का 42 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट से निधन, जिसके बाद उनके घर से ग्लूटाथियोन और विटामिन C की इन्ट्रावेनस (IV) डोज मिलीं। शुरुआती रिपोर्ट्स बताती हैं कि वे लंबे समय से एंटी‑एजिंग उपचार ले रही थीं, जिसमें ग्लूटाथियोन त्वचा के रंग को रोशन करने और डिटॉक्सीफाई करने के लिए इस्तेमाल होता था।
मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि बिना डॉक्टर की सलाह के ग्लूटाथियोन की डोज लेने से अचानक ब्लड प्रेशर कम हो सकता है, जिससे हृदय पर गंभीर असर पड़ सकता है । कुछ डॉक्टरों ने epilepsy जैसी पुरानी स्थितियों में SUDEP (Sudden Unexplained Death in Epilepsy) को भी संभावित कारण बताया है, हालांकि पोस्ट‑mortem रिपोर्ट अभी आना बाकी है ।
ग्लूटाथियोन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ता है और तंत्रिका, लीवर और प्रतिरक्षा स्वास्थ्य में भूमिका निभाता है । लेकिन इसका IV या उच्च मात्रा में सेवन विशेषज्ञों की निगरानी के बिना जोखिम भरा हो सकता है ।
प्राकृतिक तरीके से ग्लूटाथियोन बढ़ाने के उपाय:
- सल्फर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे ब्रोकली, लहसुन, प्याज़
- विटामिन C से भरपूर फल और सब्जियाँ (स्ट्रॉबेरी, संतरा, बेल मिर्च)
- सेलेनियमयुक्त खाद्य पदार्थ (ब्राज़ील नट्स, मछली, अंडे)
- व्हे प्रोटीन से कोर्स्टीन अमीनो एसिड का सेवन
- मिल्क थिस्टल और टरमैरिक/कर्क्यूमिन सप्लीमेंट
- पर्याप्त नींद और नियमित व्यायाम
हालांकि ग्लूटाथियोन आधुनिक anti‑aging ट्रेंड्स में लोकप्रिय है, लेकिन विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि किसी भी सप्लिमेंट या IV थेरेपी के लिए डॉक्टर की देखरेख और परीक्षण जरूरी है, खासकर जब इसे त्वचा से सुंदरता या रोग-रोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लिया जा रहा हो