श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में देर रात उस समय बड़ा हादसा हो गया जब जब्त किए गए विस्फोटकों की जांच के दौरान अचानक शक्तिशाली धमाका हो गया। विस्फोट में कम-से-कम 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि लगभग 27 लोग घायल हुए हैं। मृतकों में पुलिसकर्मी और फॉरेंसिक टीम के सदस्य शामिल हैं, जो उस समय बरामद सामग्री की वैज्ञानिक जांच कर रहे थे। धमाका इतना जोरदार था कि पुलिस स्टेशन के कई हिस्से ध्वस्त हो गए और आसपास की इमारतों के शीशे टूट गए।
ये विस्फोटक हरियाणा के फरीदाबाद में पकड़े गए “व्हाइट-कॉलर टेरर मॉड्यूल” से बरामद किए गए थे, जिसमें लगभग 3000 किलो विस्फोटक सामग्री मिली थी। नौगाम पुलिस स्टेशन में रखी गई इस सामग्री में अमोनियम नाइट्रेट प्रमुख रूप से पाया गया। जांच के दौरान रासायनिक प्रतिक्रिया के चलते धमाका हुआ, जिसने कुछ सेकंड के भीतर कई छोटे-छोटे ब्लास्ट भी पैदा कर दिए, जिससे बचाव कार्य और कठिन हो गया।
घटना के तुरंत बाद सीआरपीएफ, पुलिस और फायर सर्विस की यूनिट घटनास्थल पर पहुँचीं और घायलों को 92 बेस हॉस्पिटल और SKIMS जैसे अस्पतालों में भर्ती कराया गया। वहीं, गृह मंत्रालय ने साफ किया है कि यह “पूरी तरह आकस्मिक” घटना थी और इसमें किसी आतंकी हमले की भूमिका नहीं है। मंत्रालय ने कहा कि यह मामला सुरक्षा प्रोटोकॉल और विस्फोटक सामग्री की हैंडलिंग से जुड़े महत्वपूर्ण सवाल उठाता है, जिनकी जांच की जा रही है।
