
अमित मिश्रा ने 25 वर्ष के बेहतरीन करियर के बाद क्रिकेट को कहा अलविदा
भारतीय क्रिकेट जगत के अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने गुरुवार को सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान किया। यह निर्णय 25 वर्षों से अधिक चले उनके लम्बे और चमकदार करियर का भावनात्मक अंत है।
1. संन्यास का ऐलान और भावनात्मक विदाई
42 वर्षीय मिश्रा ने अपने बयान में लिखा:
“आज, 25 साल बाद, मैं क्रिकेट से संन्यास लेता हूँ—जिस खेल ने मेरी पहली मोहब्बत, मेरा शिक्षक और मेरी सबसे बड़ी ख़ुशी दी।…”
उन्होंने बीसीसीआई, हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन, कोचिंग स्टाफ, सहयोगियों और फैन्स का धन्यवाद किया, जिन्होंने हर कदम पर उन्हें संभाला।
2. अंतरराष्ट्रीय और IPL करियर की झलक
मिश्रा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 22 टेस्ट, 36 वनडे, और 10 टी20 मैच खेले और कुल 156 विकेट लिए।
उन्होंने 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में टेस्ट डेब्यू करते हुए पाँच विकेट की हैट्रिक ली।
IPL में वे 174 विकेट के साथ शीर्ष विकेट लेने वालों में शामिल हैं और IPL इतिहास में तीन हैट्रिक लगाने वाले अकेले गेंदबाज़ हैं—दिल्ली डेयरडेविल्स (2008), डेक्कन चार्जर्स (2011), और सनराइजर्स हैदराबाद (2013) की ओर से।
3. संन्यास के पीछे का कारण
मिश्रा ने कहा कि लगातार लगी चोटें और नई प्रतिभाओं के लिए रास्ता बनाना उनके इस निर्णय के आधार थे।
कुछ रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया कि वो अपने करियर के शुरुआती दिनों में पांच साल तक टीम से बाहर रहने के कारण डिप्रेशन का सामना कर चुके थे और उन्हें पछतावा है कि वह समय पर वापसी नहीं कर पाए थे।
4. आगे की दिशा और विरासत
मिश्रा ने यह स्पष्ट किया कि वे अब कोचिंग, कमेंट्री और युवा खिलाड़ियों का मार्गदर्शन जैसे क्षेत्रों में सक्रिय रहना चाहते हैं।
5. कुल मिलाकर एक युग का अंत
भारतीय क्रिकेट के इस धुरंधर स्पिनर की विदाई निश्चित ही एक युग का अंत है। फैन्स और साथी खिलाड़ी भावुक हो उठे हैं, क्योंकि उन्होंने मैदान पर लगातार प्रभाव बनाए रखा और एक उदाहरण प्रस्तुत किया।