
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने हाल ही में राहुल गांधी द्वारा ऑपरेशन सिंदूर पर उठाए गए सवालों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में सवाल पूछना जनता और विपक्ष का अधिकार है, और यदि राहुल गांधी सवाल नहीं करेंगे तो फिर देश की जनता जरूर करेगी।
गहलोत ने साफ तौर पर कहा कि राहुल गांधी का सवाल करना किसी तरह की राष्ट्रविरोधी गतिविधि नहीं है बल्कि यह एक जिम्मेदार विपक्ष का काम है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह पारदर्शिता के साथ जवाब दे और जनता को भरोसे में ले।
🛡️ ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
ऑपरेशन सिंदूर भारत द्वारा किया गया एक विशेष सैन्य अभियान था जिसमें सीमा पार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। यह एक हाईटेक, सटीक और नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया ऑपरेशन बताया गया है।
गहलोत ने इस ऑपरेशन को सराहा, लेकिन साथ ही कहा कि सवाल उठाना जरूरी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी सैन्य कार्रवाई राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग न की जाए।
🎯 गहलोत के मुख्य बयान:
- “अगर राहुल गांधी सवाल नहीं करेंगे, तो कौम सवाल करेगी।”
- “सरकार की जिम्मेदारी है कि वह हर कार्रवाई की पारदर्शी जानकारी जनता को दे।”
- “सेना का सम्मान सबको है, लेकिन सेना की आड़ में राजनीतिक फायदा नहीं उठाया जाना चाहिए।”
⚔️ पाकिस्तान के जवाबी कदम:
गहलोत ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन हुआ, जिससे हालात और तनावपूर्ण हो गए। उन्होंने कहा कि ऐसे में और भी जरूरी हो जाता है कि संसद और जनता को सही जानकारी दी जाए।