
बेग़लुरु में शक के चलते पति ने पत्नी को 11 छुरा घोंप कर मार डाला
बेंगलुरु की सड़कों पर सोमवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना हुई, जब एक पति ने अपनी पत्नी को सार्वजनिक बस स्टैंड पर न सिर्फ अकेले बल्कि उनकी 12-13 वर्षीय बेटी की आंखों के सामने बेरहमी से छुरा घोंप कर मार डाला। घटना Sunkadakatte बस स्टैंड, मैगदी रोड, Kamakshipalya पुलिस थाने के अंतर्गत दर्ज है। पुलिस ने मामला घरेलू विवाद (marital discord) और संदेह (suspicion of affair) से प्रेरित बताया है।
पीड़िता का नाम रेखा (Rekha) है, जो करीब 32 वर्ष की थी। वह कॉल सेंटर में काम करती थी। उसके पति का नाम लोहितश्य (Lohitashwa / Lohitesh alias Lokesh) बताया जा रहा है, जो कैब ड्राइवर है। दोनों ने एक दूसरे विवाह के बाद करीब तीन महीने पहले मंदिर में विवाह किया था। शादी के पहले वे लगभग डेढ़ साल से संबंध में थे, और विवाह के पश्चात अक्सर झगड़े-विवाद होते रहते थे।
रेखा की दो बेटियाँ थीं—बड़ी बेटी (लगभग 12-13 वर्ष की) जो उनके साथ रहती थी, और छोटी बेटी जो उनकी माता-पिता के घर पर थी। घटना के समय रेखा अपनी बड़ी बेटी के साथ बस स्टैंड पर इंतज़ार कर रही थी। तभी लोहितश्य भी वहीं पहुंचा और उसके साथ तीखी बहस हुई। पुलिस के अनुसार, बहस के दौरान उसने चाकू निकालते हुए पहले दो वार किए, फिर रेखा को कुछ दूरी पर खींचा और करीब 11 बार छुरा मार कर हमला किया।
घायलों को आस-पास के लोगों और पुलिस ने निजी अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन रेखा की ज़ख़्म इतने गहरे थे कि मौके पर ही उनकी मृत्यु हो गई।
इस वारदात के बाद आरोपी लोहितश्य ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है और अब उससे पूछताछ की जा रही है। मामले में Kamakshipalya पुलिस थाने में हत्या (murder) की प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस प्रारंभिक तौर पर इस घटना को वैवाहिक कलह और संदेह से जोड़कर देख रही है।
इस घटना ने सामाजिक-मीडिया और स्थानीय समुदाय में गहरा आघात पहुँचाया है, और घरेलू हिंसा, सार्वजनिक सुरक्षा, महिलाओं की सुरक्षा और मनोवैज्ञानिक दबाव जैसे मुद्दों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेष रूप से यह बात चिंताजनक है कि कैसे घरेलू विवाद इतना बढ़ सकता है कि ऐसे सार्वजनिक स्थल पर हत्या की भयंकर स्थिति बन जाए, जबकि बच्ची इसके साक्षी हो।