
बिहार के मोकामा इलाके में राजनीतिक हलचल के बीच हुई हत्या की जांच में एक अहम मोड़ आया है। दुलारचंद यादव की पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार उनकी मौत गोली लगने के कारण नहीं हुई है, बल्कि फेफड़ा फटने तथा कार्डियक अरेस्ट (हृदयाघात) के कारण हुई थी।
रिपोर्ट में बताया गया है कि पीछे से किसी भारी सामान या दबाव के कारण उन्हें धक्का लगने के बाद नीचे गिरने से उनकी पसलियाँ टूट गईं; इसके कारण फेफड़ा क्षतिग्रस्त हुआ।
यह मामला तब सुर्खियों में आया था जब जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार के प्रचार के दौरान दुलारचंद यादव की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस घटना के संबंध में कई FIR दर्ज की हैं और अग्रिम जांच जारी है।
यह बात विशेष महत्व की है क्योंकि प्रारंभ में यह माना जा रहा था कि गोली लगने की वजह से मौत हुई है, लेकिन मेडिकल रिपोर्ट ने इस धारणात्मक कथन को खारिज कर दिया है। इसके बाद मामला और अधिक संवेदनशील हो गया है, क्योंकि यह राजनीतिक हिंसा-प्रचार के प्रसंग में हुआ था।
इस बीच, चुनाव आयोग ने भी मामले पर नजर रखते हुए पूरी रिपोर्ट प्रदेश के डीजीपी से मांगी है।



