बिहार में चुनावी सरगर्मी के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर राजद (RJD) और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। पटना और गया में आयोजित जनसभाओं के दौरान शाह ने विपक्ष पर वंशवाद और तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार और दिल्ली दोनों जगह सत्ता के शीर्ष पद पहले से ही तय हैं — “बिहार में मुख्यमंत्री का पद खाली नहीं है और दिल्ली में प्रधानमंत्री का पद भी खाली नहीं है।”
अमित शाह ने अपने संबोधन में लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नाम सीधे तौर पर लिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष के ये नेता केवल अपने परिवार की राजनीति को आगे बढ़ाने में लगे हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) का उद्देश्य देश और जनता की सेवा है। शाह ने व्यंग्य करते हुए कहा कि “लालू यादव अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, वहीं सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं, लेकिन जनता अब परिवारवाद की राजनीति को अच्छी तरह समझ चुकी है।”
शाह ने कहा कि बिहार में RJD-कांग्रेस के शासन में भ्रष्टाचार, अपहरण, अपराध और जंगलराज का बोलबाला था। उन्होंने दावा किया कि जब बिहार में राजद की सरकार थी, तब न निवेश आता था, न रोजगार बनते थे, जबकि नीतीश कुमार के नेतृत्व में भाजपा के सहयोग से राज्य ने विकास की दिशा पकड़ी है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने बिहार में बुनियादी ढांचे के विकास, हाईवे निर्माण, गरीबों के लिए आवास, पेयजल और शिक्षा सुधार के क्षेत्र में बड़े काम किए हैं। अमित शाह ने कहा, “आज बिहार में अपराध दर घटा है, बिजली-पानी की स्थिति सुधरी है और विकास कार्य तेजी से चल रहे हैं। ये बदलाव भाजपा की नीयत और नीति का नतीजा है।”
इसके अलावा शाह ने विपक्ष पर घुसपैठियों को संरक्षण देने और वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि RJD और कांग्रेस केवल तुष्टिकरण में लगी हैं और सुरक्षा व राष्ट्रहित उनके एजेंडे में नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की सीमाएं सुरक्षित हैं, आतंकवाद पर सख्ती बरती जा रही है और भारत विश्व मंच पर मजबूत आवाज बनकर उभरा है।
भाषण के अंत में अमित शाह ने कहा कि “बिहार की जनता अब यह तय कर चुकी है कि वह दोबारा अंधेरे और भ्रष्टाचार के दौर में नहीं लौटेगी। विकास, सुरक्षा और स्थिरता के लिए भाजपा ही सही विकल्प है।” उन्होंने जनता से भाजपा उम्मीदवारों को समर्थन देने की अपील की और कहा कि मोदी सरकार का लक्ष्य है — “सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास।”
