
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों की घोषणा के बाद से राजनीतिक घमासान और तेज़ हो गया है। चुनाव आयोग ने राज्य में मतदान 6 नवंबर और 11 नवंबर को करने का फैसला किया है, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।
इस घोषणा के बाद अब दोनों बड़े गठबंधन — NDA (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन) और INDIA (महागठबंधन / विपक्ष गठबंधन) — के बीच सीटों की लड़ाई तेज़ हो चुकी है।
सीटों को लेकर हो रही टकराव और तनाव
NDA के भीतर दावेदारी:
छोटे दलों जैसे लोजपा (रामविलास) के चिराग पासवान और जितन राम मांझी ने सीटों की मांग में कड़ा रुख अपनाया है। पासवान ने 40 सीटों की मांग की है, जबकि भाजपा ने उन्हें कम संख्या की पेशकश की है।
मांझी ने चेतावनी दी है कि अगर उन्हें कम सीट दी गई, तो उनका दल चुनाव नहीं लड़ेगा।INDIA गठबंधन की सीट वार्ता:
विपक्ष के अंदर भी सीटों को लेकर विवाद हैं। विशेष रूप से CPI(ML) ने RJD से 19 सीटों की पेशकश को खारिज कर दिया है और उसने 40–45 सीटों की मांग की है।
कांग्रेस ने अभी तक सीमित संख्या में (लगभग 23) उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिससे अन्य सहयोगियों में नाराज़गी देखने को मिल रही है।समझौते की दिक्कतें:
दोनों गठबंधनों में दिखावटी एकता जरूर है, लेकिन व्यवहार में सीट बंटवारे में तनातनी साफ़ झलक रही है।
NDA के अंदर कहा जा रहा है कि अंतिम सीटों का बंटवारा चुनाव आयोग की तारीखों के बाद ही होगा, ताकि दावेदारों के बीच पार्टी-छोड़ने की गतिविधि रोकी जा सके।NDA का मुख्यमंत्री चेहरा:
एनडीए ने यह स्पष्ट किया है कि यदि गठबंधन सत्ता में आया, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे।
इसका मकसद गठबंधन में एक सी पहचान दिखाना एवं गठबंधन को एक जुट रूप देना है।