
कभी भारत को सिंधु नदी में खून बहाने की धमकी देने वाले बिलावल भुट्टो ज़रदारी, अब खुद दुनिया से जल संकट पर मदद की गुहार लगा रहे हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के प्रमुख और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल ने संयुक्त राष्ट्र (UN) में एक इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान गंभीर जल संकट से जूझ रहा है और इस समस्या का समाधान अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मिलकर निकालना चाहिए।
उनके यह हालिया बयान, उस तीखे तेवर से बिल्कुल उलट है जो उन्होंने कुछ महीने पहले भारत के खिलाफ अपनाए थे। उस वक्त उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि,
“अगर भारत ने पानी रोका, तो खून बहेगा!”
लेकिन अब वही नेता, दुनिया के सामने मदद की अपील कर रहे हैं — यह बदलाव न केवल उनकी व्यक्तिगत राजनीति में बल्कि पाकिस्तान की कूटनीति में भी बड़ा यू-टर्न माना जा रहा है।
🌍 बिलावल ने क्या कहा?
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में चीन के सरकारी मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में बिलावल ने कहा:
“पाकिस्तान जल संकट के कगार पर है। हमारी नदियां सूख रही हैं, सिंचाई, बिजली और पीने के पानी की उपलब्धता खतरे में है। हमें अंतरराष्ट्रीय समर्थन की सख्त जरूरत है।”
🔁 कैसे बदले सुर?
- पहले बयान:
“सिंधु पर अगर एक बूंद भी रोकी गई, तो पाकिस्तान खामोश नहीं बैठेगा।” - अब का बयान:
“हम दुनिया से आग्रह करते हैं कि हमें जल संकट से बाहर निकालने में मदद करें।”
इस बदलाव को अंतरराष्ट्रीय दबाव और भारत-पाकिस्तान के बीच बिगड़ते रिश्तों के साथ-साथ भीतरी आर्थिक और जलवायु संकट का परिणाम माना जा रहा है।
⚠️ जल संकट की गंभीरता:
- पाकिस्तान में 2025 तक प्रति व्यक्ति जल उपलब्धता 1,000 क्यूबिक मीटर से भी कम हो गई है।
- 80% से अधिक खेती सिंधु नदी प्रणाली पर निर्भर है।
- भारत द्वारा इंडस वॉटर ट्रीटी (सिंधु जल संधि) को स्थगित किए जाने के बाद हालात और गंभीर हो गए हैं।
- जनरल असीम मुनीर ने भी हाल ही में कहा था, “पानी हमारे 240 मिलियन लोगों का बुनियादी अधिकार है, और हम इसके साथ कोई समझौता नहीं करेंगे।”