Site icon Prsd News

पहलगाम हमले के बाद भारत का ‘जल प्रहार’: 75 वर्षों में पहली बार चिनाब नदी सूखी

PRSD NEWS 1

अखनूर, जम्मू-कश्मीर | 5 मई 2025

22 अप्रैल को पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान गई, के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। भारत ने चिनाब नदी पर बने बगलिहार और सलाल डैम के गेट बंद कर दिए हैं, जिससे पाकिस्तान की ओर जाने वाला पानी रुक गया है। इस कदम को ‘जल प्रहार का राउंड टू’ कहा जा रहा है, जो पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देता है कि यदि भारत की धरती पर खून बहेगा, तो पाकिस्तान में पानी की एक बूंद भी नहीं बहेगी।

अखनूर क्षेत्र में चिनाब नदी का जल स्तर 75 वर्षों में पहली बार इतना नीचे गिर गया है कि नदी का तल स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, नदी के किनारे अब केवल पत्थर और सूखी मिट्टी दिखाई देती है, जो इस क्षेत्र के लिए अभूतपूर्व है।

भारत सरकार ने इस कदम को पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ एक सख्त प्रतिक्रिया के रूप में प्रस्तुत किया है। पाकिस्तान ने इस निर्णय की आलोचना करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया है और कानूनी कार्रवाई की धमकी दी है।

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का यह निर्णय न केवल पाकिस्तान पर दबाव बनाने का एक माध्यम है, बल्कि यह क्षेत्रीय जल संसाधनों के प्रबंधन में भारत की नई रणनीति को भी दर्शाता है। यह कदम भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक नए युग की शुरुआत कर सकता है, जहां जल संसाधन कूटनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकते हैं।

Exit mobile version