
चीन, पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) को अफ़ग़ानिस्तान तक विस्तारित करने पर सहमति जताई है। यह निर्णय तीनों देशों के विदेश मंत्रियों की हालिया बैठक में लिया गया, जिसमें क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई।
मुख्य बिंदु:
- क्षेत्रीय कनेक्टिविटी: तीनों देशों ने अफ़ग़ानिस्तान को क्षेत्रीय कनेक्टिविटी का केंद्र बनाने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया है।
- आर्थिक समृद्धि: CPEC के विस्तार से अफ़ग़ानिस्तान की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने और क्षेत्रीय समृद्धि को बढ़ावा देने की उम्मीद है।
- सुरक्षा सहयोग: तीनों देशों ने आतंकवाद और उग्रवाद से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है।
- मानवाधिकार और सहायता: अफ़ग़ानिस्तान के लोगों के लिए मानवीय सहायता और मानवाधिकारों की रक्षा की आवश्यकता पर बल दिया गया है।
भारत की चिंताएँ:
भारत ने CPEC के विस्तार पर अपनी चिंताओं का इज़हार किया है, विशेष रूप से इस कारण कि CPEC पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) से होकर गुजरता है, जिसे भारत अपना हिस्सा मानता है।
निष्कर्ष:
CPEC का अफ़ग़ानिस्तान तक विस्तार तीनों देशों के लिए आर्थिक और रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। हालांकि, क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निरंतर संवाद और सहयोग की आवश्यकता होगी।