जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चशोटी (Chashoti) गांव में गुरुवार, 14 अगस्त 2025 को अचानक बादल फटने से उत्पन्न फ्लैश फ्लड ने भीषण तबाही मचाई। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक कम से कम 37 से 38 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जबकि दर्जनों लोग घायल और कई लापता बताये जा रहे हैं।
इस भयावह घटना के समय कई श्रद्धालु Machail Mata यात्रा के दौरान चशोटी गांव में एक लंगर (community kitchen) के पास मौजूद थे। इस भीषण बाढ़ ने उन्हें उंची तेज़ धारा के साथ बहा दिया, जिससे कई यात्री फंसे और प्रभावित हुए।
प्रांगण में मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि करीब 100-150 लोग लंगर में भोजन ग्रहण कर रहे थे, तभी अचानक पानी की तेज़ लहर ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, प्रशासन, सेना और अन्य राहत एजेंसियाँ मौके पर पहुंच गईं। अस्पतालों में घायलों का इलाज चल रहा है, और मोबाइल राहत इकाइयाँ भी तैनात की गई हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने तत्काल घटना की गंभीरता को देखते हुए सभी संभव सहायता का आश्वासन दिया और राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए। ओमर अब्दुल्ला ने यह सुनिश्चित किया कि स्वतंत्रता दिवस के सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए जाएँ और आयोजन केवल अनौपचारिक रूप में, सीमित कार्यक्रम के साथ आयोजित किया जाए।
प्राकृतिक आपदा और तीव्र मौसम की वजह से क्षेत्र की भौगोलिक संवेदनशीलता और तीर्थ यात्रा मार्ग की जटिलता दोनों उजागर हुई हैं, जिससे भविष्य में ऐसे यात्रा आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था और सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता स्पष्ट हो गई है।