रिपोर्ट के अनुसार, चक्रवात “शक्ति” अब अरब सागर में सक्रिय हो गया है और इसके प्रभाव को देखते हुए गुजरात और महाराष्ट्र तटों पर गंभीर चेतावनी (alert) जारी कर दी गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया है कि यह चक्रवात अगले 24 से 48 घंटों में और अधिक तीव्र हो सकता है और “गंभीर साइक्लोनिक तूफान” का रूप ले सकता है।
वर्तमान समय में, यह चक्रवात द्वारका से लगभग 300 किलोमीटर पश्चिम और पाकिस्तान की कराची से दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित है। इसके आगे बढ़ने की दिशा और रफ्तार पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। IMD की पूर्वानुमान रिपोर्ट कहती है कि यह पश्चिम-दक्षिण पश्चिम की ओर मुड़ सकता है और अरब सागर के मध्य हिस्सों तक पहुँच सकता है।
गुजरात एवं महाराष्ट्र तटों के लिए खतरे की घंटी पहले ही बज चुकी है। महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग जिलों में तेज हवाएं और भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। समुद्री क्षेत्रों में लहरें बहुत ऊँची उठने की चेतावनी है, जिससे मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
IMD ने यह स्पष्ट किया है कि समुद्र तटों और ऊपर-निचले इलाकों में “rough to very rough” समुद्री स्थिति बनी रहेगी। इसके अलावा, गुजरात-उत्तर महाराष्ट्र तटों के लिए समुद्र के ऊपर की स्थितियाँ खतरनाक हो सकती हैं।
महाराष्ट्र राज्य सरकार ने संबंधित जिलों को आपदा प्रबंधन योजनाएँ सक्रिय करने, प्रभावित इलाकों में जनहित सूचना देने और आवश्यक तैयारियाँ करने के निर्देश दिए हैं। तटीय इलाकों में रहने वालों को सतर्क रहने और आवागमन कम करने की सलाह दी गई है।
अगर इस चक्रवात का केंद्र भारतीय तट पर न पहुँचे, तब भी इसके किनारे के प्रभाव — जैसे कि तेज हवाएँ, भारी बारिश और समुद्री उथल-पुथल — तटीय जिलों को अनुभव हो सकते हैं। ऎसे में स्थानीय प्रशासन और आम जनता दोनों को सतर्क रहना अनिवार्य है।