
दिल्ली-NCR में शुक्रवार की सुबह से शुरू हुई तेज बारिश ने लोगों की दिनचर्या को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार हो रही भारी बारिश ने जहां सड़कों को तालाब में बदल दिया, वहीं ट्रैफिक जाम और सार्वजनिक परिवहन बाधित होने से लोगों को घंटों परेशानी झेलनी पड़ी। गुरुग्राम, नोएडा और गाज़ियाबाद समेत दिल्ली के कई इलाकों में जलजमाव की वजह से हालात बिगड़े।
Delhi Metro की Yellow Line पर सुबह से ही बड़ी समस्या देखने को मिली। Vishwavidyalaya से Central Secretariat के बीच सेवाएं ठप रहीं। ऑफिस और कॉलेज जाने वाले यात्रियों को वैकल्पिक साधनों का सहारा लेना पड़ा। सड़क मार्ग पर भी हालात खराब रहे। प्रमुख जगहों जैसे आईटीओ, मथुरा रोड, गुड़गांव एक्सप्रेसवे, और नोएडा-ग्रेटर नोएडा लिंक रोड पर वाहनों की लंबी कतारें लगीं। कई लोग सोशल मीडिया पर अपने फंसे होने की तस्वीरें और वीडियो साझा करते नजर आए।
एयरलाइंस कंपनियों ने भी यात्रियों को सतर्क किया। IndiGo ने यात्रियों को सलाह दी कि वे समय पर एयरपोर्ट पहुंचने के लिए अपनी यात्रा योजना पहले ही बना लें, क्योंकि ट्रैफिक जाम और बारिश से देरी की आशंका है।
मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली-NCR के लिए Orange Alert जारी किया है। इसका मतलब है कि क्षेत्र में भारी बारिश के साथ-साथ आंधी-तूफान की संभावना बनी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि दिन का अधिकतम तापमान 30°C से 34°C और न्यूनतम तापमान 22°C से 26°C के बीच रहेगा। वहीं, Noida और Ghaziabad समेत दक्षिण-पूर्व दिल्ली, शाहदरा और मध्य दिल्ली के लिए Yellow Alert भी जारी है।
सबसे बड़ी चिंता का कारण यमुना नदी का बढ़ता जलस्तर है। Old Railway Bridge पर यमुना का स्तर 205.35 मीटर दर्ज किया गया, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। इस सीज़न में यह दूसरा मौका है जब नदी खतरे के स्तर को पार कर गई है। अधिकारियों का कहना है कि अगर बारिश इसी तरह जारी रही तो अगले 5 से 6 दिनों में निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
प्रशासन ने यमुना किनारे के इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं और राहत दलों को तैयार रहने को कहा गया है। वहीं, नगर निगम और PWD की टीमों ने जलजमाव हटाने और नालियों की सफाई के लिए अभियान तेज कर दिया है, हालांकि अभी हालात काबू में नहीं हैं।
लगातार बारिश ने दिल्ली-NCR के लोगों को जहां उमस और गर्मी से राहत दी है, वहीं जलभराव, यातायात की समस्या और यमुना के बढ़ते जलस्तर ने चिंता भी बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में मौसम की यही स्थिति बनी रही तो जनजीवन पर और गहरा असर पड़ सकता है।