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AAP विधायक गोपाल इटालिया ने बीजेपी MLA की AI-जनित फ़ोटो पर पल्टा वार

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दिल्ली की राजनीति में इन दिनों भारी उथल-पुथल मची हुई है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले के बाद माहौल और ज्यादा गरमा गया है। इस हमले के तुरंत बाद बीजेपी विधायक हरीश खुराना ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें उन्होंने दावा किया कि हमला करने वाला शख्स आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक गोपाल इटालिया के साथ खड़ा नजर आ रहा है। खुराना ने इस फोटो को साझा करते हुए लिखा—“जिसका शक था, वही हुआ”—और इस तरह सीधा इशारा AAP की ओर कर दिया।

लेकिन इस दावे के तुरंत बाद ही आम आदमी पार्टी और खासतौर पर विधायक गोपाल इटालिया ने बीजेपी पर करारा पलटवार किया। इटालिया ने साफ शब्दों में कहा कि यह तस्वीर असली नहीं बल्कि AI जनरेटेड है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी विपक्ष को बदनाम करने के लिए गलत तरीके अपना रही है। इटालिया ने कहा कि बीजेपी इस तरह की राजनीति करके न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों को ठेस पहुंचा रही है, बल्कि अपने स्तर को भी गिरा रही है।

इटालिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बीजेपी विधायक खुराना को जवाब दिया। उन्होंने लिखा कि यह तस्वीर दरअसल एक पुराने वीडियो का स्क्रीनशॉट है, जिसे एडिट करके गुमराह करने की कोशिश की गई। उन्होंने व्यंग्य करते हुए लिखा कि बीजेपी इस तरह की हरकत करने से पहले अपने पिताजी मदनलाल जी की इज्जत का भी ख्याल कर लेती। इटालिया ने इस पूरे घटनाक्रम को “राजनीतिक साजिश और फर्जीवाड़ा” बताया।

आम आदमी पार्टी ने भी इस मामले पर आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि यह तस्वीर पूरी तरह फर्जी है और बीजेपी जनता को भ्रमित करने के लिए सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल कर रही है। पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री पर हुए हमले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए और इस मुद्दे पर राजनीति करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

वहीं बीजेपी खेमे में इस तस्वीर को लेकर अभी भी चर्चा जारी है। हरीश खुराना ने इस तस्वीर को साझा कर यह दावा जरूर किया कि इसमें हमलावर और AAP विधायक इटालिया साथ नजर आ रहे हैं, लेकिन जैसे-जैसे सबूत सामने आए, तस्वीर की सच्चाई पर सवाल खड़े हो गए। इटालिया द्वारा साझा किया गया लिंक और वीडियो यह साफ करता है कि जिस शख्स को हमलावर बताया जा रहा है, वह दरअसल कोई और व्यक्ति था।

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह मामला केवल एक हमले का नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर फेक न्यूज और AI जनरेटेड कंटेंट की बढ़ती समस्या का भी उदाहरण है। आज के समय में तस्वीरों और वीडियोज़ को एडिट करना आसान हो गया है, लेकिन इससे राजनीतिक बहसें और जटिल होती जा रही हैं।

यह पूरा विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब दिल्ली की राजनीति पहले ही कई विवादों से घिरी हुई है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुआ हमला एक गंभीर सुरक्षा मसला है, लेकिन इसके तुरंत बाद इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप ने माहौल और ज्यादा गरमा दिया है। अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस जांच में क्या सामने आता है और क्या फर्जी तस्वीर फैलाने वालों पर कोई कार्रवाई होती है।

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