पड़ोसी राज्य असम में दिल्ली शहर के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार (10 नवंबर 2025) को हुए कार विस्फोट के बाद सोशल मीडिया पर भड़काऊ व तनाव फैलाने वाले पोस्ट — जिसमें हमले का समर्थन या उसके दुष्प्रचार का प्रयास माना जा रहा था — के मामले में राज्य पुलिस ने अब तक 15 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि हिंसा को बढ़ावा देने, आतंकवाद की महिमां — या उसे समाज में सामान्य दिखाने — के खिलाफ राज्य सरकार सख्त रवैया अपनाएगी। उन्होंने ट्विटर (X) पर लिखा:
“In connection with the offensive social‑media posts following the Delhi blasts, 15 persons have been arrested across Assam so far.”
गिरफ्तारी की विस्तृत जानकारी
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पहले चरण में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था: मत्तिउर रहमान (दारदांग), हसन अली मोंडल (गोआलपारा), अब्दुल लतीफ (चिरांग), वजहुल कमाल (कामरूप) और नूर आमिन अहमद (बोंगाईगांव) — उन पर “आपत्तिजनक व भड़काऊ” सामग्री सोशल मीडिया पर साझा करने का आरोप है।
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इसके बाद आगे 9 और गिरफ्तारियाँ हुईं, जिनमें शामिल हैं : रफीजुल अली (बोंगाईगांव), फोरिद उद्दीन लस्कर (हैलाकांडी), इनामुल इस्लाम (लखीमपुर), फिरुज अहमद alias पापोन (लखीमपुर), शाहिल शोमन सिकदर alias शाहिदुल इस्लाम (बारपेटा), रकीबुल सुल्तान (बारपेटा), नसीम अकरम (होजाई), तस्लीम अहमद (कामरूप) और अब्दुर रोहिम मोल्ला alias बप्पी हुसैन (दक्षिण सलमारा)।
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पुलिस ने यह भी बताया है कि अब तक लगभग 35 व्यक्तियों की पहचान की गई है जो इस तरह की पोस्ट करने वाले हैं; उनके सोशल मीडिया रिकॉर्ड की जाँच की जा रही है।
क्या है मामला?
विस्फोट की घटना के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे पोस्ट पाए गए जिनमें इस हमले को समर्थन किया गया, और कुछ लोग “है है” जैसे इमोजी इस्तेमाल कर रहे थे, जिसे राज्य सरकार ने आतंकवाद की महिमां के रूप में देखा।
राज्य सरकार ने स्पष्ट कहा है कि ऐसी हरकतें राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं, कानून व्यवस्था को बिगाड़ सकती हैं, और इन्हें आतंक‑समर्थन के रूप में देखा जाएगा।
आगे की कार्रवाई
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असम पुलिस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर निगरानी बढ़ा चुकी है, और किसी भी तरह की “हेट स्पीच”, “वायलेंस प्रोमोशन” या “टerrorग््लोरिफिकेशन” को कानून के अंतर्गत लाया जा रहा है।
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मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर अनवेरिफाइड सूचनाओं को बढ़ावा न दें, सहसमय अपने डर या गुस्से में ऐसी पोस्ट न करें जो सामाजिक सौहार्द को चोट पहुंचा सकती हैं।
