
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में रक्षाबंधन की रात एक 14 वर्षीया किशोरी के साथ आए दिन की सुरक्षा का प्रतीक संबंध ही दरिंदगी और हत्या में बदल गया। पूछताछ में आरोपी चचेरे भाई (33 वर्ष) ने बताया कि वह शराब के प्रभाव में था। वह घर के पास खेत में गया था और वापसी पर चाची के घर के अंदर गया क्योंकि वह जानता था कि वहां उसकी बहन अकेली थी। उसने बहन को दबोचा, और जब उसने मना किया और “भइया… ऐसा मत करो” कहकर चिल्लाई, तो उसने उसका मुंह दबा दिया और दरिंदगी की सीमा पार करते हुए दुष्कर्म किया, जिसके बाद उसे अत्यधिक रक्तस्राव हुआ। घबरा कर उसने बहन को कपड़े पहनाकर मार डाला क्योंकि वह किसी को यह बात न बता सके।
आरोपी ने यह भी स्वीकार किया कि हत्या के बाद उसने हंगामा भी किया और साक्ष्य मिटाने का प्रयास भी किया। पुलिस ने रविवार रात पिता की तहरीर पर पॉक्सो और हत्या के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की। स्वॉट टीम और बिधूना कोतवाली पुलिस ने आरोपी सहित पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया और अदालत के समक्ष पेश कर इटावा जेल भेजा।
इस भयानक कृत्य ने परिवार और समुदाय को झकझोर दिया है। यह घटना रिश्तों में भरोसे की टूटन, पीड़िता की एकाकी हालत और अपराध की समाज में बढ़ती भयावहता का प्रतीक बन गई है।