
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के सिरसा गाँव से एक दिल दहला देने वाली दहेज प्रथा की घटना प्रकाश में आई है। 26 वर्षीय निक्की का नाम जानकर पति और सास-ससुर द्वारा जिंदा जलाकर हत्या किए जाने का भयावह मामला सामने आया है।
उसकी बड़ी बहन कंचन के अनुसार शादी के दौरान उनके घर ने कई कीमती चीजें और स्कॉर्पियो जैसी गाड़ी भी ससुराल पक्ष को दी थी, लेकिन इसके बावजूद 35 लाख रुपये और मांगें जाने लगीं। शादी के लगभग छह महीने बाद ही दहेज की प्रताड़ना शुरू हो गई थी।
गुरुवार (21 अगस्त, 2025) की रात निक्की की ससुरालियों ने उसे बेरहमी से पीटा। उन्होंने उसे बेहोश कर पेट्रोल जैसे किसी ज्वलनशील पदार्थ से भिगोने के बाद आग लगा दी, यह सब निक्की के मासूम बेटे के सामने हुआ। वीडियो फुटेज में दिखाई देता है कि निक्की आग में झुलसती हुई सीढ़ियाँ उतर रही है और फर्श पर बैठ जाती है, जहाँ किसी ने उस पर पानी डाला—शायद जलने से राहत देने के लिए। भयावह दृश्य देखकर किसी का मन कांप उठता है।
निक्की को पहले ग्रेटर नोएडा के फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, फिर बेहतर उपचार के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफ़र किया गया। लेकिन रास्ते में ही उसकी मृत्यु हो गई।
मासूम बच्चे ने तो सार्वजनिक रूप से कहा: “पापा ने मम्मी को लाइटर से जला दिया”।
कंचन की शिकायत पर पुलिस ने कासना थाना में पति विपिन, जेठ रोहित, सास दया और ससुर सतवीर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पति विपिन को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस की टीमें सक्रिय हैं। इस दर्दनाक घटना के बाद परिजन और स्थानीय लोग ‘जस्टिस फॉर निक्की’ के नारों के साथ थाने के बाहर प्रदर्शन कर अपनी न्याय की मांग जोर-शोर से उठा रहे हैं।
यह घटना न केवल कानून और व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि दहेज जैसी कुप्रथा के खिलाफ गहन चेतना और कानूनी कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता को भी उजागर करती है।