प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली—एनसीआर क्षेत्र में दो प्रमुख सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन किया: दिल्ली सेक्शन की द्वारका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-II (UER-II)। यह परियोजनाएं लगभग ₹11,000 करोड़ की लागत से तैयार की गई हैं, जिनका उद्देश्य राजधानी की यातायात समस्या को कई मोर्चों पर हल करना है।
UER-II, जिसे दिल्ली का तीसरा रिंग रोड कहा जा रहा है, कुल 76 किमी लंबी है—जिसमें लगभग 54.2 किमी दिल्ली में और 21.5 किमी हरियाणा में फैली है। यह मार्ग आलिपुर से शुरू होकर बावाना, रोहिणी, मुंडका, नजफगढ़, द्वारका से होते हुए दीचों कलां तक जाता है। इसमें बहादुरगढ़ और सोनीपत की कनेक्टिविटी का भी इंतजाम है।
दूसरी ओर, द्वारका एक्सप्रेसवे का दिल्ली हिस्सा लगभग 10.1 किमी लंबा है और इसमें शिव मूर्ति से द्वारका सेक्टर-21 रोड अंडर ब्रिज तक तथा उसके बाद दिल्ली-हरियाणा सीमा तक के दो हिस्से शामिल हैं। यह एक्सप्रेसवे इंडिगो हवाईअड्डा, यशोभूमि, मेट्रो (ब्लू और ऑरेंज लाइन), बीजवासन रेलवे स्टेशन और द्वारका क्लस्टर बस डिपो से भी जुड़ता है।
इन दोनों परियोजनाओं के पूरा होने से दिल्ली के इnner और outer रिंग रोड पर भारी भीड़ कम होगी, और मुकरबा चौक, ढौला कुआँ, एनएच-9 जैसे जाम वाले स्थानों पर राहत मिलेगी। साथ ही, नोएडा से IGI एयरपोर्ट तक का सफर मात्र 20 मिनट में तय होने की उम्मीद है।
उद्घाटन समारोह रोहिणी में हुआ, जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और हरियाणा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी मौजूद रहे।
ये सड़कें राजधानी की कनेक्टिविटी को नई दिशा देंगी और आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी लाएंगी — खासकर औद्योगिक क्षेत्रों और पश्चिमी/दक्षिणी दिल्ली की ओर।