चुनाव आयोग ने देशभर में जारी SIR प्रक्रिया के बीच यह संकेत दिया है कि कुछ राज्यों — जिनमें Uttar Pradesh (उत्तर प्रदेश) भी शामिल है — में SIR की तारीख को आगे बढ़ाया जा सकता है। अधिकारियों का कहना है कि प्रक्रिया में हुई देरी, फॉर्मों का सही ढंग से भरना और मतदाताओं को पर्याप्त समय देने की जरूरत को ध्यान में रखते हुए यह फैसला विचाराधीन है।
पहले, आयोग ने 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में SIR की डेडलाइन को 7 दिन बढ़ाकर 11 दिसंबर 2025 कर दी थी। लेकिन अब, विभिन्न राज्यों में फॉर्म भरने और मतदाता सूची को अपडेट करने की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो पाई है — इस वजह से पुनरीक्षित वोटर-रोल की विश्वसनीयता और व्यापकता सुनिश्चित करने के लिए समय में और विस्तार की मांग उठ रही है।
ECI की ओर से यह कहा गया है कि यदि राज्यों के चुनाव अधिकारियों और स्थानीय अधिकारियों ने फॉर्म भरने या सत्यापन में दिक्कतों की जानकारी दी है, तो उन्हें उचित समय दिया जाएगा — ताकि मतदाता सूची में शामिल सभी योग्य नागरिकों को वोट डालने का मौका मिल सके। इससे वोटिंग प्रक्रिया की पारदर्शिता और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित होगी।
स्थिति पर नजर रखी जा रही है — गुरुवार को ECI की बैठक में तय होगा कि किन राज्यों की SIR तारीख बढ़ेगी और नया शेड्यूल क्या होगा।
