उत्तर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को अगस्त महीने में महंगे बिजली बिल का सामना करना पड़ सकता है। वजह है फ्यूल चार्ज की बढ़ती लागत, जिसे अब उपभोक्ताओं से वसूला जाएगा। बिजली कंपनियों ने यह फैसला फ्यूल कास्ट एडजस्टमेंट (एफसीए) के तहत लिया है, जिससे घरेलू और वाणिज्यिक दोनों श्रेणियों के उपभोक्ताओं पर असर पड़ेगा।
जानकारी के अनुसार, यह वृद्धि जुलाई में खर्च हुए ईंधन की भरपाई के लिए की जा रही है। अगस्त में जब उपभोक्ता अपने बिजली बिलों का भुगतान करेंगे, तब उन्हें अतिरिक्त राशि देनी होगी। यह फ्यूल चार्ज 20 पैसे से लेकर 30 पैसे प्रति यूनिट तक हो सकता है, जो खपत के आधार पर बढ़ेगा।
उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने नियामक आयोग में प्रस्ताव भेजा है, जिसे मंजूरी मिलने के बाद बढ़ी हुई दरें उपभोक्ताओं पर लागू की जाएंगी। हालांकि यह बढ़ोतरी एक स्थायी दर नहीं होगी, बल्कि केवल एक महीने के लिए अतिरिक्त बोझ के रूप में वसूली की जाएगी।
इस फैसले से लाखों उपभोक्ताओं की जेब पर असर पड़ना तय है, खासकर ऐसे समय में जब महंगाई पहले से ही चिंता का विषय बनी हुई है।