
1 जून 2025 से लागू होने वाले 8 बड़े नियमों में बदलाव:
1 जून 2025 से EPFO, LPG सिलेंडर की कीमतों और UPI से जुड़े नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहे हैं, जो आम जनता की जेब पर असर डाल सकते हैं। आइए जानते हैं इन बदलावों के बारे में:
- EPFO में UAN लिंकिंग की अंतिम तिथि:
EPFO खाताधारकों के लिए Universal Account Number (UAN) को आधार से लिंक करने की अंतिम तिथि 15 मार्च 2025 थी। यदि आपने यह लिंकिंग नहीं की है, तो आपको EPFO की Employee Linked Insurance (ELI) स्कीम का लाभ नहीं मिल पाएगा। - LPG सिलेंडर की कीमतों में बदलाव:
तेल कंपनियों ने 19 किलो वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में 6 रुपये की वृद्धि की है। दिल्ली में अब इसका मूल्य 1803 रुपये हो गया है। घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। - UPI ट्रांजेक्शन नियमों में बदलाव:
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूपीआई ट्रांजेक्शन आईडी में स्पेशल कैरेक्टर्स के उपयोग को प्रतिबंधित किया है। अब केवल अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर्स से बनी यूपीआई आईडी से ही लेनदेन संभव होगा। - UPI से बीमा प्रीमियम भुगतान की सुविधा:
IRDAI ने ‘बीमा-ASBA’ नाम की नई सुविधा शुरू की है, जिससे अब आप UPI के जरिए बीमा प्रीमियम का भुगतान कर सकेंगे। यह सुविधा 1 मार्च 2025 से लागू हुई है और इससे करोड़ों ग्राहकों को लाभ मिलेगा। - म्यूचुअल फंड और डीमैट अकाउंट में नॉमिनी जोड़ने की सीमा बढ़ी:
SEBI ने म्यूचुअल फंड और डीमैट अकाउंट में नॉमिनी जोड़ने की सीमा बढ़ाकर 10 कर दी है। इससे निवेशकों को अधिक लचीलापन मिलेगा और उनकी संपत्ति का प्रबंधन बेहतर तरीके से किया जा सकेगा। - ATF (एविएशन टर्बाइन फ्यूल) की कीमतों में मामूली कमी:
जेट ईंधन की कीमत में मामूली 0.23 प्रतिशत की कमी आई है। इससे हवाई यात्रा की लागत में थोड़ी राहत मिल सकती है। - बैंक हॉलिडे की सूची जारी:
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मार्च 2025 के लिए बैंक हॉलिडे लिस्ट जारी की है। मार्च में कुल 14 दिन बैंक बंद रहेंगे, इसलिए बेहतर होगा कि बैंक से जुड़े जरूरी काम पहले से निपटा लें। - इनकम टैक्स स्लैब में संभावित बदलाव:
वित्त वर्ष 2025-26 के आम बजट में इनकम टैक्स की मूल छूट सीमा को 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने की संभावना जताई जा रही है। इससे करदाताओं को बड़ी राहत मिल सकती है।
इन बदलावों के प्रति जागरूक रहना आवश्यक है ताकि आप अपने वित्तीय निर्णयों को सही तरीके से प्रबंधित कर सकें।