
पंजाबी माफिया गेम में फिर से हलचल तेज हो गई है। कनाडा में बसे Goldy Brar का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें उसने Lawrence Bishnoi पर खौफनाक आरोप और धमकियाँ दी हैं। इस ऑडियो वॉइस मैसेज को 2 दिसंबर 2025 का बताया जा रहा है।
ऑडियो में क्या कहा गया — धमकी, आरोप और “कोड-वर्ड”
Goldy ने कहा कि हाल ही में हुई हत्या — जिसमें Inderpreet Singh Parri नाम के गुट के सदस्य को मारने की घटना शामिल है — के लिए उसने Lawrence पर सीधे आरोप लगाए। Parri की हत्या को Goldy के गुट ने गद्दारी और दुश्मनी करार दिया है।
आरोपी ने दावा किया कि Parri की मां ने Lawrence को रोटियाँ खिलाईं थीं, उसने उनके घर पर समय बिताया था — लेकिन उसी इंसान ने आज उस मां के इकलौते बेटे को मरा दिया। Goldy ने कहा: “तेरी लल्ली-शल्लियों को भी मार सकते थे…” — यहाँ ‘लल्ली-शल्लियाँ’ शब्द गुट से जुड़ी महिलाओं या लड़कियों के लिए एक कोड-वर्ड माना जा रहा है।
Goldy ने चेतावनी दी कि यह सिर्फ शुरुआत है — उसने Lawrence से कहा, “अब तेरी उलटी गिनती शुरू हो चुकी है।” साथ में यह भी कहा कि उन्होंने “नाजायज़” लोगों को नहीं मारा — हालांकि धमकी में स्पष्ट कहा गया कि अगर जरूरत पड़ी, तो वे उन महिलाओं तक जा सकते थे।
पृष्ठभूमि: क्या हुआ था — Parri की हत्या और बगावत
Parri — जो कि Lawrence Bishnoi गैंग का माना जाता था — को चंडीगढ़ में सेक्टर-26 के पास एक सार्वजनिक जगह पर गोली मार कर हत्या किया गया था। घटना ने गैंगों के बीच पुरानी दुश्मनी और विश्वासघात की कहानी को फिर से उभार दिया।
हत्या के बाद Goldy ने अपने गुट का गठन किया — और अब इस वायरल ऑडियो के जरिए उसने खुली चुनौती दी है। इस कदम को देखा जा रहा है कि यह सिर्फ निशाना-साज़ी नहीं, बल्कि गैंगवार का नया दौर हो सकता है।
अब तक की स्थिति: पुष्टि नहीं, पुलिस पर सतर्कता का दबाव
हालांकि ऑडियो तेजी से फ़ैल चुका है, पर अब तक यह सत्यापित नहीं हुआ है कि आवाज वाकई Goldy Brar की है या नहीं — किसी आधिकारिक पुलिस या फोरेंसिक पुष्टि की जानकारी बाहर नहीं आई है।
पंजाब और हरियाणा पुलिस, साथ ही दिल्ली-एनसीआर समेत अन्य क्षेत्रीय एजेंसियाँ सतर्क मोड में आ गई हैं। इस घटना को देखते हुए किसी तरह की संभावित हिंसा या गैंग एक्स्ट्रा-जस्टिस के खतरे को रोकने के लिए कंपटीबल गश्त व निगरानी बढ़ाई गई है।
क्यों है यह मामला महत्वपूर्ण — समाज, कानून और कानून व्यवस्था के लिए संकेत
इस धमकी-ऑडियो से स्पष्ट हो गया है कि अपराधी गिरोह अब सिर्फ हिंसा या हत्या तक सीमित नहीं हैं — वे मनोवैज्ञानिक आतंक, डर और समाज में अशांति फैलाने की रणनीति पर उतर आए हैं।
“लल्ली-शल्लियाँ” जैसा कोड-वर्ड प्रयोग यह दिखाता है कि गैंग्स अब सार्वजनिक धमकी देने, रिश्तों और परिवार तक खौफ का दायरा ले जाना चाहते हैं — सिर्फ गुटों तक सीमित नहीं।
अगर इस तरह की धमकियाँ खुले तौर पर दी जाएँ — और सोशल मीडिया पर वायरल हों — तो यह कानून व्यवस्था, नागरिक सुरक्षा और सामाजिक शांति दोनों के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।



