
गुजरात के समुद्री तटवर्ती शहर पोर्बंदर में सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। सुभाषनगर जेटी पर खड़े एक वाणिज्यिक जहाज़ में अचानक भीषण आग लग गई। यह जहाज़ जामनगर की कंपनी HRM & Sons का बताया जा रहा है और इसमें चावल और चीनी का बड़ा माल भरा हुआ था। यह माल सोमालिया के बोसासो (Bosaso) बंदरगाह भेजा जाना था।
आग सबसे पहले जहाज़ के इंजन रूम से उठी। देखते ही देखते घना काला धुआं जहाज़ के ऊपरी हिस्सों से निकलने लगा। घटना की जानकारी मिलते ही पोर्बंदर नगर निगम की फायर ब्रिगेड की गाड़ियाँ और राहत दल तुरंत मौके पर पहुंचे। तीन दमकल गाड़ियों ने मिलकर आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की।
लेकिन खतरे को देखते हुए प्रशासन ने जहाज़ को तुरंत जेटी से हटाकर समुद्र में कुछ दूरी पर खींचा। यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि अगर आग और भड़के तो जेट्टी, आस-पास की नौकाएँ और तटवर्ती क्षेत्र सुरक्षित रह सकें। आग से जहाज़ के अंदर रखे माल में भारी नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक जहाज़ पर मौजूद चालक दल और कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। फिलहाल किसी के घायल होने या हताहत होने की खबर सामने नहीं आई है। राहत और बचाव अभियान अब भी जारी है।
फायर ब्रिगेड और पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। प्राथमिक अनुमान है कि यह हादसा तकनीकी खराबी या इंजन रूम में शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ होगा। जांच रिपोर्ट के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी।
स्थानीय मछुआरों और लोगों ने बताया कि आग लगने के बाद काफी देर तक समुद्र की ओर घना धुआं उठता रहा जिससे आसमान काला दिखाई देने लगा। मौके पर मौजूद लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किए, जो तेजी से वायरल हो गए।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाएँ बंदरगाह सुरक्षा और जहाज़ संचालन के लिए बड़े सबक हैं। आने वाले दिनों में प्रशासन जहाज़ की सुरक्षा प्रणाली, लोडिंग व्यवस्था और इमरजेंसी प्रोटोकॉल की गहन समीक्षा करेगा ताकि भविष्य में ऐसे हादसे टाले जा सकें।
यह घटना सौभाग्य से किसी जनहानि के बिना खत्म हुई, लेकिन पोर्बंदर जैसे व्यस्त तटीय इलाके में इससे बड़ी आपदा भी हो सकती थी।