
हमास ने सत्ता छोड़ने से किया इनकार, ट्रंप ने दी आखिरी चेतावनी
हमास (Hamas) ने एक बार फिर गाज़ा पर अपनी पकड़ छोड़ने से इनकार कर दिया है, जिससे पश्चिम एशिया में तनाव और बढ़ गया है। इसी बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने हमास को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए “अंतिम चेतावनी (final warning)” जारी की है। उन्होंने कहा कि अगर हमास शांति योजना (Gaza Peace Plan) पर सहमति नहीं जताता, तो “गंभीर परिणाम” भुगतने होंगे।
ट्रंप ने अपने बयान में कहा — “गाज़ा को अब युद्ध के बजाय शांति का रास्ता चुनना होगा। अगर हमास सत्ता छोड़ने और हथियार डालने के लिए तैयार नहीं होता, तो अमेरिका और उसके सहयोगी कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे।” यह बयान उस समय आया है जब गाज़ा में पिछले कई हफ्तों से संघर्ष जारी है और सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
गाज़ा पीस प्लान (Gaza Peace Plan) ट्रंप प्रशासन की नई मध्य पूर्व नीति का हिस्सा है, जिसके तहत गाज़ा में एक स्थायी प्रशासनिक ढांचा बनाने की कोशिश की जा रही है। इस योजना में अंतरराष्ट्रीय निगरानी, मानवीय सहायता और इस्राइल-फिलिस्तीन के बीच सीमाओं पर नियंत्रण शामिल है। लेकिन हमास ने इसे “अमेरिका और इस्राइल की साजिश” बताते हुए खारिज कर दिया।
हमास के प्रवक्ता ने कहा कि “हम किसी विदेशी योजना के आगे नहीं झुकेंगे। गाज़ा हमारी भूमि है और हम अपने लोगों की आज़ादी के लिए लड़ते रहेंगे।”
दूसरी ओर, इस्राइल ने कहा है कि वह किसी भी आतंकी संगठन को फिर से गाज़ा की सत्ता में नहीं देखना चाहता। इस्राइली रक्षा मंत्रालय ने भी संकेत दिया कि अगर हमास हिंसा नहीं रोकता, तो सैन्य कार्रवाई को और तेज किया जाएगा।
Donald Trump ने यह भी कहा कि “यह आखिरी मौका है जब हमास शांति की राह चुन सकता है। इसके बाद जो भी कदम उठेंगे, वे गाज़ा के भविष्य को हमेशा के लिए बदल देंगे।”
अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान मध्य पूर्व (Middle East) में अमेरिका की सख्त कूटनीति का संकेत है। जबकि संयुक्त राष्ट्र ने सभी पक्षों से संयम बरतने और मानवीय सहायता को गाज़ा तक पहुंचने देने की अपील की है।