
रेप केस में फंसे AAP विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा पंजाब से फरार होकर पहुंचे ऑस्ट्रेलिया
पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) एक बार फिर विवादों में है। पार्टी के सानौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा पर गंभीर आरोप लगे हैं। उन पर एक महिला ने बलात्कार, धोखाधड़ी और आपराधिक धमकी के आरोप लगाए हैं। इस मामले में पटियाला पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद से विधायक फरार हैं। अब खबर है कि वह ऑस्ट्रेलिया भाग गए हैं।
पूरा मामला तब सामने आया जब सितंबर 2025 में एक महिला ने पठानमाजरा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में महिला ने आरोप लगाया कि विधायक ने खुद को तलाकशुदा बताकर उससे शादी की थी, जबकि वास्तव में वह पहले से विवाहित थे। महिला का कहना है कि पठानमाजरा ने झूठ बोलकर उसका यौन शोषण और मानसिक उत्पीड़न किया। इसके अलावा, महिला ने आरोप लगाया कि जब उसने सच जानने के बाद विरोध किया तो विधायक ने धमकी दी और दबाव डालने की कोशिश की।
पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए पठानमाजरा को गिरफ्तार करने की कोशिश की, लेकिन वह गिरफ्तारी से पहले ही भागने में कामयाब रहे। बताया जा रहा है कि जब पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, तो उन्होंने पुलिस पर गोली चलाई और अपनी कार से एक पुलिसकर्मी को कुचलने की कोशिश की। इस घटना के बाद उन पर हत्या की कोशिश (धारा 307) सहित कई अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
इसके बाद हरमीत सिंह पठानमाजरा भारत से फरार हो गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उन्होंने पहले दिल्ली एयरपोर्ट से दुबई के लिए उड़ान भरी और फिर वहाँ से ऑस्ट्रेलिया पहुँच गए। उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। पंजाब पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) लगातार उनके ठिकाने का पता लगाने में जुटी है।
वहीं, पठानमाजरा ने हाल ही में एक वीडियो संदेश जारी कर दावा किया कि वह निर्दोष हैं और उन्हें साजिश के तहत फँसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि,
“मैं देश से भागा नहीं हूँ। मैं केवल तब तक बाहर रहूँगा जब तक अदालत से मुझे जमानत नहीं मिल जाती। जैसे ही मुझे न्यायिक राहत मिलेगी, मैं भारत लौट आऊँगा।”
लेकिन उनके इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने AAP सरकार पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस और बीजेपी ने कहा है कि जब तक आरोपी विधायक विदेश भाग गया, तब तक पंजाब पुलिस “जानबूझकर” निष्क्रिय रही। वहीं, राज्य के गृह विभाग ने कहा है कि मामले की जांच निष्पक्ष तरीके से की जा रही है और पठानमाजरा को भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
यह घटना आम आदमी पार्टी के लिए राजनीतिक रूप से बड़ी मुश्किल खड़ी कर रही है, क्योंकि पंजाब में कानून-व्यवस्था पहले से सवालों के घेरे में है। जनता के बीच यह चर्चा भी तेज हो गई है कि सत्ताधारी दल के विधायक का इस तरह भाग जाना “न्याय प्रणाली की कमजोरी” को उजागर करता है।



